Home Business news TRAI ne 3300-3670 Mhz, 700 Mhz band ka base price ghataya; may tak 5G spectrum beachna chahti hai government | ट्राई ने 3300-3670 MHz, 700 Mhz बैंड का बेस प्राइस घटाया; मई तक 5जी स्पेक्ट्रम बेचना चाहती है सरकार

TRAI ne 3300-3670 Mhz, 700 Mhz band ka base price ghataya; may tak 5G spectrum beachna chahti hai government | ट्राई ने 3300-3670 MHz, 700 Mhz बैंड का बेस प्राइस घटाया; मई तक 5जी स्पेक्ट्रम बेचना चाहती है सरकार

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टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने सोमवार को 5जी एयरवेव्स के 700 MHz और 3300-3670 MHz बैंड के बेस प्राइस में कटोती की सिफारिश की है। 700 MHz बैंड की कीमत में 40% कटोती कर 3,927 करोड़/MHz जबकि 3300-3670 MHz बैंड की कीमत में 36% की कमी की सिफारिश गई है। 3300-3670 MHz बैंड के लिए प्राइस 492 करोड़/MHz से घटाकर 317 करोड़/MHz किया गया है।

10 बैंड्स में निलामी की सिफारिश
रेगुलेटर ने रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ऑपरेटरों की ओर से एग्रेसिव बिडिंग को अट्रैक्ट करने के लिए कीमतों में कटौती की है। ट्राई ने ये भी कहा कि 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz, 2500 MHz के मौजूदा बैंड और 600 MHz, 3300-3670 MHz और 24.25-28.5 GHz के नए स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी की जाएगी। यानी 5G स्पेक्ट्रम नीलामी कुल 10 बैंड्स में की जाएगी।

526-612 MHz एयरवेव्स की नीलामी नहीं होगी
टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की फ्लेक्सिबिलिटी के लिए ट्राई ने 3300-3670 MHz बैंड के लिए 10 MHz और 24.25-28.5 GHz बैंड के लिए 50 MHz के ब्लॉक साइज की सिफारिश की है। ट्राई 526-612 MHz रेंज में एयरवेव्स की नीलामी नहीं करेगा।

15 अगस्त तक 5G लॉन्च करने का प्लान
सरकार ट्राई पर दबाव बना रही थी कि वह मार्च के अंत तक अपनी मूल्य निर्धारण सिफारिशें भेज दे, ताकि वह मई में 5जी स्पेक्ट्रम की बिक्री कर सके। सरकार भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त तक 5G लॉन्च करना चाहती है। 5जी नेटवर्क आपके स्मार्टफोन पर 4जी नेटवर्क पर 1 जीबी/सेकंड की तुलना में 20 जीबी/सेकंड की अविश्वसनीय डाउनलोड स्पीड देगा। यह आपकी जेब में कहीं भी जाने पर फाइबर ऑप्टिक कनेक्शन होने जैसा है।

पलभर में होगी 3 घंटे की HD मूवी डाउनलोड
5G यूजर एक सेकंड के भीतर 3 घंटे की HD मूवी डाउनलोड कर पाएगा। 4G यूजर ऐसा करने में कम से कम 10 मिनट का समय लगता है। स्ट्रीमिंग सेशन के दौरान बफरिंग की समस्या भी लगभग खत्म हो जाएगी क्योंकि 5G नेटवर्क पर डेटा ट्रांसमिशन बिजली की गति से होगा। 4G नेटवर्क के लगभग 70 मिली सेकंड (ms) की तुलना में 5G नेटवर्क एक मिली सेकंड से कम डिले के साथ डेटा डिलीवर करेगा।

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