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क्रिप्टो में निवेश से सबसे ज्यादा 23% नुकसान
इस महीने तेज गरमी के बीच कमरतोड़ महंगाई और ब्याज दरों में इजाफे के चलते बढ़ी हुई EMI की वजह से आम लोग पहले ही काफी परेशान थे। अब निवेश से भी आय की जगह नुकसान उठाना पड़ रहा है। शेयर से लेकर सोने तक सभी एसेट क्लास घाटे में हैं।
बीते 20 दिन में 25% तक का नुकसान
मई में अब तक शेयर बाजार में निवेश से करीब 7.5% (सेंसेक्स में गिरावट के हिसाब से) नुकसान हुआ है। इस दौरान सोना-चांदी के निवेशक 5.6% तक और एग्री कमोडिटी में पैसा लगाने वाले 9% तक नुकसान में हैं।
बिटकॉइन जैसे क्रिप्टो एसेट्स के निवेशकों ने तो बीते 20 दिन में ही 25% तक नुकसान उठाया है। दिलचस्प है कि कोरोना महामारी के दौर में (2020) में इन सभी एसेट क्लास में निवेश करने वालों को जोरदार कमाई हो रही थी।
केंद्रीय बैंक लगातार महंगाई कम करने के लिए दरें बढ़ा रहे
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में कुल मिलाकर दिशाहीनता की स्थिति है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक लगातार बढ़ती महंगाई कम करने के लिए नीतिगत दरें बढ़ा रहे हैं। इसके चलते मंदी की आशंका को हवा मिल रही है, जिसकी शुरुआत यूक्रेन पर रूस के हमले के साथ ही हो गई थी। ब्याज दरें बढ़ने से मांग कम हो जाती है।
आखिर क्यों आ रही एक साथ सभी एसेट क्लास में गिरावट? भास्कर एक्सपर्ट- केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया और स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा से जानते हैं…...
शेयर बाजार: LIC के IPO के बाद न तो LIC को और न ही अन्य संस्थागत निवेशकों को बाजार को सपोर्ट जारी रखने की जरूरत है।
सोना-चांदी: ब्याज दरें बढ़ने पर सोना-चांदी में गिरावट आती ही है। कुछ हफ्तों से भारत समेत पूरी दुनिया में ब्याज दरें लगातार बढ़ाई जा रही हैं।
क्रिप्टो करेंसी: अर्थव्यवस्था एक बार फिर मंदी की गिरफ्त में आने की आशंका है। ऐसे हालात में लोग ज्यादा जोखिम वाले एसेट में निवेश नहीं करते।
कमोडिटी: उपभोक्ताओं की आय घटी है और खर्च बढ़ा है। ऐसे में मांग कम हो गई। शेयर बाजार में गिरावट से कमोडिटी का सेंटीमेंट भी खराब हुआ है।
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