Home Business news School khulte hi cab ke bhi price 20 tak badhe | स्कूल खुलते ही कैब का किराया 20 तक बढ़ा

School khulte hi cab ke bhi price 20 tak badhe | स्कूल खुलते ही कैब का किराया 20 तक बढ़ा

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राजधानी दिल्ली के स्कूल सोमवार को दो वर्ष बाद पूरी क्षमता के साथ खुल गए। इस बीच, बच्चों को स्कूल लाने ले जाने में लगे कैब व अन्य वाहन संचालकों ने 20 फीसदी तक किराया बढ़ा दिया। इसका सीधा असर अभिभावकों की जेब पर पड़ा है। उधर, इन वाहन संचालकों का तर्क है कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। सोमवार को भी सीएनजी के दाम में ढाई रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ। इसलिए भाड़ा बढ़ाना जरूरी हो गया है।

ई दिल्ली। पेट्रोलियम कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। पेट्रोल, डीजल से लेकर पीएनजी, सीएनजी और कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें भी बढ़ाई जा रही हैं। इन सब का असर घर से दफ्तर आने-जाने, बच्चों के स्कूल ट्रांसपोर्ट से लेकर रसोई खर्च तक पर पड़ रहा है। इसे लेकर अभिभावक परेशान दिखे। उन्हें भय सता रहा है कि अगर इसी तरह सीएनजी की कीमतें बढ़ती रहीं तो आगे और दिक्कत आएगी।

उनका कहना था कि कोरोना की वजह से एक तो पहले ही लोगों की आर्थिक स्थिति खराब है। ऐसे में इसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए।

सामान की कीमतों पर भी असर : इधर, लगातार बढ़ रही फ्यूल कीमतों का मालभाड़े पर भी असर पड़ रहा है। माल भाड़ा महंगा होने से सामान की कीमतों में भी 10 से 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी संभव है क्योंकि करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के सीईओ जय प्रकाश ने कहा कि लगातार तेल की कीमतें बढ़ने से कई ट्रांसपोर्टर 10 फीसदी तक कीमतें बढ़ा चुके हैं। आने वाले दिनों में पांच से 10 फीसदी की बढ़ोतरी और देखने को मिल सकती है।

हिंदुस्तान मर्केंटाइल एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीभगवान बंसल का कहना है कि सभी कपड़ा व्यापारी कपड़े की गांठ मंगवाते हैं, जिसका ट्रांसपोर्टेशन खर्च बढ़ गया है।

किराया बढ़ाकर दो हजार रुपये कर दिया

छतरपुर निवासी पूजा शर्मा ने बताया कि उनके दो बच्चे केवीएस वसंत कुंज में पढ़ते हैं। दो साल पहले निजी स्कूल वैन चालक एक बच्चे के लिए 1300 रुपये लेता था, लेकिन अब किराया बढ़ाकर दो हजार रुपये कर दिया है। इसका सीधा असर घर के बजट पर पड़ा है।

ढाई हजार रुपये दे रहे

राजधानी के कश्मीरी गेट स्थित निजी स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा स्तुति के अभिभावक आलोक राव का कहना है कि पहले स्कूल में डीटीसी बस बच्चों को लाती और ले जाती जाती थी, लेकिन बाद में यह व्यवस्था बंद हो गई। बस के लिए स्कूल को 11 सौ रुपये प्रतिमाह देना होता था, लेकिन अब यह किराया ढाई हजार रुपये देना है।

अचानक बढ़ा बोझ

मयूर विहार फेस 1 के एक स्कूल में बच्चे को भेजने वाली अभिभावक अन्विति सिंह ने बताया कि मैं पटपड़गंज में रहती हूं। बेटे का स्कूल थोड़ी दूर पर है। पहले किराया एक हजार लगता था, अब यह 15 सौ रुपये है। स्कूल ट्रांसपोर्ट में लगे वाहन चालकों का कहना है कि सीएनजी की कीमतें लगातार बढ़ रही है, इसलिए उन्हें किराया बढ़ाना पड़ रहा है।

जाम से यहां हुई दिक्कत

आजादपुर मंडी, लाडो सराय, छतरपुर मंदिर मार्ग, मीराबाग से पीरागढ़ी तक, दिलशाद गार्डन, पंखा रोड, युसूफ सराय मार्केट , किराड़ी रोड, नांगलोई चौक, जाफराबाद रोड, मथुरा रोड, सराय काले खां, बुराड़ी, उत्तम नगर, नजफगढ़ रोड बदरपुर बॉर्डर, एमबी रोड आदि पर जाम लगा।

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