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नई दिल्ली/वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड देशों के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रविवार को जापान रवाना हो गए। मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी मुलाकात होगी। इसी बीच, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि द्विपक्षीय मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी के साथ रूस और यूक्रेन के मसले पर रचनात्मक और सीधी बातचीत होगी।
हिंद प्रशांत क्षेत्र पर चर्चा : प्रधानमंत्री ने कहा, ‘23 मई से शुरू हो रही टोक्यो यात्रा भारत-जापान के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में अहम साबित होगी। मैं क्वाड सम्मेलन में भी भाग लूंगा, जो चार देशों के नेताओं को क्वाड पहलों की प्रगति की समीक्षा करने का अवसर मुहैया कराएगा। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रम तथा परस्पर हित के अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’
चीन को घेरने की तैयारी :अमेरिका ने भी हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए व्यापक योजना का ऐलान किया है। सुलिवन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक महत्वाकांक्षी आर्थिक पहल, ‘इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क’ शुरू करेंगे। इसे नई आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार किया गया है। इसमें डिजिटल अर्थव्यवस्था के नियमों से लेकर सुरक्षित-लचीली आपूर्ति शृंखला बनाने, बुनियादी ढांचे में निवेश की व्यापक रूपरेखा होगी। इसे चीन के लिए संदेश के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वह दक्षिणी चीनसागर के ज्यादातर हिस्सों पर दावा करता है। कई जगह उसने सैन्य बेस बनाए हैं। इसी वजह से चीन ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि यह योजना विफल होगी क्योंकि इसे चीन को घेरने के लिए बनाया गया है। इससे हिंद प्रशांत क्षेत्र में चिंता बढ़ेगी।
ऑस्ट्रेलिया के नए पीएम पहली बार शामिल होंगे: क्वाड सुरक्षा संवाद में मोदी के अलावा जापान,ऑस्ट्रेलिया के पीएम, अमेरिका के राष्ट्रपति शामिल होंगे। मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ बैठक को लेकर उत्साहित हूं।
चीन पर नजर