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प्रसाद हाथ में लेकर जा रहा था बच्चा, लैम्प पोस्ट छूते ही मौत
कोलकाता :
हरिदेवपुर का हाफिज मो. इशक रोड इलाका जहां सोमवार को मातम पसरा हुआ था। 12 वर्षीय किशोर नितिश यादव की मौत लैम्प पोस्ट छूने से करंट लगकर हो गयी। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं और साथ ही लापरवाही के भी आरोप इस मामले में लग रहे हैं। दरअसल, गत रविवार को हुई बारिश के बाद इलाके में पानी जमा हुआ था। नितिश शाम लगभग 6 बजे पास ही ट्यूशन पढ़ने के लिए जा रहा था, लेकिन होनी को शायद कुछ और ही मंजूर था। वह पानी में ही खेलते-कूदते मस्ती में ट्यूशन के लिए जा रहा था, लेकिन अचानक लैम्प पोस्ट के पास किसी चीज में उसका पैर फंसा। जब उसने पैर में हाथ लगाया तो संतुलन संभालने के लिए लैम्प पोस्ट पकड़ लिया। लैम्प पोस्ट पकड़ते ही बिजली के जोरदार झटके के कारण वह पानी में ही गिर गया और उसकी मौत हो गयी। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर लैम्प पोस्ट में करंट कैसे आ गया। यह भले ही जांच का विषय है, लेकिन घटना को लेकर स्थानीय लोगों में काफी रोष है।
मां और पिता का हुआ बुरा हाल
मां और पिता शिवनारायण यादव को जैसे अपनी सुध ही नहीं है। शिवनारायण का घर बिहार के देवघर में है। नितिश का शव लेकर उसके पिता बिहार चले गये हैं जहां उसके दादा-दादी उसे अंतिम बार देखने को व्याकुल हैं। यहां उल्लेखनीय है कि नितिश हरिदेवपुर में अपनी सौतेली मां के साथ रहता था और उसकी मां देवघर में रहती है। स्थानीय लोगों ने कहा कि नितिश की सौतेली मां उसे अपनी मां जैसा ही प्यार करती थी और उसके पालन-पोषण का पूरा ख्याल रखती थी।
लोगों ने कहा, जलजमाव से घरों में आ जाता है पानी
आरती साव, मधुमिता दास समेत स्थानीय लोगों ने कहा कि इलाके में थोड़ी बारिश होते ही घरों के अंदर तक पानी आ जाता है। स्थानीय प्रशासन इस ओर कभी सुध नहीं लेता। अगर जलजमाव नहीं हुआ रहता तो फिर ऐसी स्थिति ही नहीं आती। इसी तरह मधुमिता दास ने कहा कि आस-पास के लोगों ने नितिश को देखकर तुरंत बचाने की कोशिश नहीं की। अगर किसी ने कोशिश की होती तो शायद वह जीवित रहता।
दोस्त ने कहा, अब कभी उसके साथ नहीं खेल सकूंगा
उसी इलाके में रहने वाले और पुटियारी ब्रजमोहन तिवारी इंंस्टीट्यूशन के कक्षा 6 के छात्र विक्की साव ने कहा, ‘नितिश मेरे साथ ही पढ़ता था। हम लोग रोजाना शाम काे साथ में खेलते थे, लेकिन अब कभी अपने दोस्त से मिल नहीं सकूंगा।’