Daily News
ठाकुरनगर में केंद्रीय मंत्री के घर के सामने युवाओं ने किया हंगामा
पुलिस को किया गया अलर्ट
कोलकाता : केंद्र सरकार की नयी त्रिस्तरीय भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ की आंच अब पश्चिम बंगाल तक पहुंच गयी है। शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों पर रैलियां निकाली गयी और कई इलाकों में ट्रेन अवरोध किया गया। हालांकि किसी प्रकार के हिंसक प्रदर्शन यानी पथराव अथवा आगजनी की कोई खबर नहीं मिली। ठाकुरनगर में अवरोधकारियों ने घण्टे भर से अधिक रेल पटरियों को अवरोध किया। वहीं कुछ युवाओं ने केंद्रीय पोत व शिपिंग राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर के घर के सामने भी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन व रेल अवरोध के कारण विभिन्न स्थानों पर कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी जिस कारण सैकड़ों यात्री फंस गये। पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘सुबह 8 से 9.15 बजे तक ट्रेन अवरोध किया गया। सियालदह-बनगांव सेक्शन में ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं।’ इधर, प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य की पुलिस को अलर्ट कर दिया है ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी अथवा हिंसक प्रदर्शन ना हो।
सिलीगुड़ी में किया गया प्रदर्शन
कोलकाता के बाद दूसरे सबसे महत्वपूर्ण शहर उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में सैकड़ों युवाओं ने वीनस मोड़ पर रैली निकाली। पहले युवा सालुगाड़ा में इकट्ठा हुए और फिर सेवक रोड की ओर गये। यहां सड़क पर टायर में आग लगा दी गयी। हालांकि पुलिस ने भीड़ को हटा दिया और किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी। प्रदर्शन कर रहे एक युवा सुजय धर ने कहा, ‘हमारी मांग है कि सेना में हमारी भर्ती पुराने नियमों के अनुसार ही हो। हम नयी भर्ती योजना के तहत 4 वर्ष देश की सेवा करेंगे, लेकिन उसके बाद क्या ? नयी योजना के तहत करियर की कोई स्थायी गारंटी नहीं है।’
हावड़ा और भाटपाड़ा में भी प्रदर्शन व अवरोध
कुछ प्रदर्शनकारियों ने न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोककर लौटा दिया। वहीं पुरुलिया जिले में प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। यहां बराकर रोड को अवरोध किया गया था। इसके अलावा हावड़ा में युवाओं ने प्रदर्शन करने के साथ ही हावड़ा ब्रिज अवरोध किया। इधर, भाटपाड़ा में सड़क अवरोध करने के साथ ही मोटर टायर जलाये गये। प्रदर्शनकारियों ने इस दिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर पथराव किया। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि केंद्र सरकार व भाजपा देश के सैन्य बलों के समृद्ध धरोहर का मजाक उड़ाना चाहती है। इस प्रकार के प्रस्तावों के कारण अवरोध होगा ही।
यहां उल्लेखनीय है कि अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं। विभिन्न राज्यों में ट्रेनों में आगजनी, पथराव जैसे हिंसक प्रदर्शन सामने आ रहे हैं। माकपा की केंद्रीय कमेटी की सदस्य व माकपा नेता डॉ. सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत पश्चिम बंगाल सरकार ने जिस तरह रेगुलर पुलिस के स्थान पर सिविक वोलंटियरों को रिप्लेस किया था, उसी प्रकार प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार रेगुलर सैनिकों के स्थान पर सिविक सैनिकों को लाने के बारे में सोच रही है। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने कहा कि यह जांच का विषय है कि प्रदर्शन करने वाले असल में बेरोजगार हैं या फिर राजनीतिक लाभ उठाने वाले गुण्डे हैं।