Home Daily News Aaj saraswati puja par vara de veenavadini se goonjega mahanagar | आज सरस्वती पूजा पर वर दे वीणावादिनी से गूंजेगा महानगर

Aaj saraswati puja par vara de veenavadini se goonjega mahanagar | आज सरस्वती पूजा पर वर दे वीणावादिनी से गूंजेगा महानगर

0

 Daily News

कोलकाता : आज यानी शनिवार को सरस्वती पूजा है। पूरा महानगर समेत राज्य भर आज वर दे वीणावादिनी वर दे…से गूंजेगा। स्कूलों की ओर से भी सरस्वती पूजा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। दिन भर स्टूडेंट्स सरस्वती पूजा की तैयारियों में जुटे रहें। कहीं अल्पना तो कहीं सरस्वती मां की मूर्तियों को लाने का कार्यक्रम जारी रहा। वहीं स्कूल खुलने के बाद से कुम्हारटोली में मूर्तियों की बिक्री अच्छी हुई। अब तक जो मूर्तिकार चिंता में थे, स्कूल खुलने के बाद कुम्हारटोली की रौनक लौट आयी। इस बार ऑर्डर भले ही कम आये, लेकिन पिछले 2-3 दिनों में मूर्तियों की बिक्री ने जोर पकड़ा। पिछले कुछ समय में कोविड के मामलों में कमी आने के साथ ही कुम्हारटोली में मां सरस्वती की मूर्तियों की बिक्री सही ढंग से हुई।
बारिश से थोड़ा असर पड़ा, गुरुवार को हुई अच्छी ​बिक्री
कुम्हारटोली के मूर्तिकार कार्तिक पाल ने सन्मार्ग को बताया, ‘बारिश के कारण शुक्रवार को मूर्तियों की बिक्री पर थोड़ा असर पड़ा, लेकिन गुरुवार को अच्छी बिक्री हुई थी। गत वर्ष की तुलना में इस बार अच्छी संख्या में ग्राहक आये। इस बार काफी अच्छे तरीके से सरस्वती पूजा होगी।’
75% तक हुई मूर्तियों की बिक्री
एक और मूर्तिकार मिंटू पाल ने कहा, ‘75% तक मूर्तियों की बिक्री इस बार हुई। इस बार ऑर्डर भले ही कम आये, लेकिन अंतिम दौर में बिक्री अच्छी हुई। कोविड के मामले कम होने के साथ और स्कूलों के खुलने के कारण बिक्री ने जोर पकड़ा।’
बढ़े फल, फूल और हरी सब्जियों के दाम
सरस्वती पूजा से पहले शुक्रवार को फल, फूल और सब्जियों के दाम बढ़ गये हैं। सरस्वती पूजा पर भोग बनाये जाने की परंपरा है। पूजा की पूर्व संध्या पर फलों के दाम भी बढ़े हुए थे। इसके अलावा फूलबाजार में भी लोगों की भीड़ उमड़ी।
इस तरह मनायेंगे सरस्वती पूजा
काफी छात्र इस बार स्कूलों में ही सरस्वती पूजा मनाना चाहते हैं। कक्षा 8वीं की एक छात्रा श्रेया सिंह ने कहा, ‘2 वर्षों बाद स्कूल खुले हैं। ऐसे में निश्चित तौर पर स्कूल जाकर ही सरस्वती पूजा मनाऊंगी।’ इसी तरह 11वीं के छात्र अनुभव सिन्हा ने कहा, ‘स्कूल में दोस्तों के साथ ही सरस्वती पूजा मनाऊंगा। 2 वर्षों के बाद स्कूल में इस प्रकार सरस्वती पूजा होगी, ऐसे में इसे भला कैसे छोड़ सकता हूं।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here