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मुंबई ः दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज में शर्मनाक हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी। विराट कोहली ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर पर एक बयान जारी कर यह घोषणा की। इस हार के कारण भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में 5वें स्थान पर खिसक गई है। विराट ने खुद ही अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए मैंने 7 साल तक हर दिन कठिन परिश्रम किया। मैं हमेशा हर चीज में 120% योगदान देना चाहता हूं, अगर मैं ऐसा नहीं कर पाता हूं तो यह गलत होगा। मैं इस बात को लेकर एकदम स्पष्ट हूं और मैं अपनी टीम के साथ बेइमानी नहीं कर सकता हूं।
कोहली ने विश्वकप शुरू होने से पहले ही टी-20 की कप्तानी छोड़ दी थी। वहीं, दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले उनको वनडे के कप्तान पद से भी हटा दिया गया था। चयनकर्ताओं ने कहा था कि सफेद गेंद वाली क्रिकेट के दो कप्तान नहीं हो सकते।
विराट का पूरा बयान
विराट ने कहा, ‘टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए मैंने 7 साल तक हर दिन कठिन परिश्रम किया। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया और इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी। हर चीज को किसी न किसी मोड़ पर रुकना ही होता है और टेस्ट टीम के कैप्टन के तौर पर मेरे लिए रुकने का यही समय हैं। इस पूरी यात्रा के दौरान कई उतार-चढ़ाव भी आए, लेकिन मेरी कोशिशों और भरोसे में कभी कोई कमी नहीं आई। मैं हमेशा हर चीज में 120% योगदान देना चाहता हूं, अगर मैं ऐसा नहीं कर पाता हूं तो यह गलत होगा। मैं इस बात को लेकर एकदम स्पष्ट हूं और मैं अपनी टीम के साथ बेइमानी नहीं कर सकता हूं।
मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उसने इतने लंबे समय तक मुझे अपने देश की अगुआई करने का मौका दिया। इसके साथ ही मैं अपने साथियों का भी शुक्रिया करना चाहता हूं जिन्होंने पहले दिन से ही मेरे विजन पर भरोसा किया और किसी भी स्थिति में हथियार नहीं डाले। रवि भाई और सपोर्ट ग्रुप इस गाड़ी के इंजिन रहे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को लगातार ऊंचा उठाया है। आखिर में एमएस धोनी को बहुत ज्यादा शुक्रिया, जिन्होंने मुझ पर एक कप्तान के तौर पर बहुत ज्यादा भरोसा किया है। उन्होंने मुझे इस लायक समझा कि मैं भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर जा सकता हूं।’
कोहली से छिनी गई थी वनडे की कमान
दिक्षण अफ्रीका सीरीज से पहले कोहली को वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था। चयनकर्ताओं ने अपने बयान में कहा था कि हमने कोहली को टी-20 की कप्तानी छोड़ने से मना किया था, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी और सफेद बॉल के दो कप्तान नहीं हो सकते। वहीं, विराट ने विश्वकप के ठीक पहले जिद के तहत टी-20 की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी थी। टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था और टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। विराट की कप्तानी में टीम ने आईसीसी के चार टूर्नामेंट खेले, लेकिन एक बार भी ट्रॉफी नहीं जीत सके।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट किया, ‘विराट कोहली को टीम इंडिया के कप्तान के तौर पर शानदार कार्यकाल के लिये बधाई। उन्होंने टीम को बेहद फिट बनाया और देश विदेश में शानदार प्रदर्शन किया। आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में मिली जीत खास रही।’