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खुद पर हुए हमले को लेकर महाराष्ट्र के बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने सोमवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला से मुलाकात की है। उनके साथ बीजेपी के पांच विधायक भी थे। तकरीबन 25 मिनट तक गृह सचिव से मिलने के बाद बाहर निकले सोमैया ने कहा- उन्होंने हमारे मुद्दे पर चिंता जताते हुए बताया कि ऐसे ही कई शिकायतें पहले भी यहां आई हैं।
सोमैया के मुताबिक, भल्ला ने जरुरत पड़ने पर एक जांच टीम महाराष्ट्र भेजने की बात भी कही है। महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर विवाद के बीच सोमैया पर रविवार को हमला किया गया था। आरोप शिवसेना के कार्यकर्ताओं पर लगा है।
सोमैया ने कहा- महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में आतंक के हालात बनाए
केंद्रीय गृह सचिव के साथ हुई मीटिंग से पहले सोमैया ने कहा, ‘हम राज्य सरकार की ओर से महाराष्ट्र में बनाए गए आतंक जैसे हालात के संबंध में केंद्रीय गृह सचिव से मिलने जा रहे हैं। मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज हुई है, शिवसेना कार्यकर्ता अब भी धमकियां दे रहे हैं। इस संबंध में हम एक विस्तृत रिपोर्ट देंगे और जांच के लिए एक विशेष टीम की मांग करेंगे।’
सोमैया ने इस हमले को स्टेट स्पॉन्सर्ड बताया है। वे मुंबई पुलिस कमिश्नर की शिकायत लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, मुंबई पुलिस ने सोमैया पर हुए हमले के मामले में अभी तक शिवसेना के 16 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।
राणा दंपत्ति 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
उधर, शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान करने वाली अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दोनों पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। वहीं, शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में दोनों को BJP की भेड़-बकरी बताया गया है।
देवेंद्र फडणवीस ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
किरीट सोमैया पर हुए हमले को लेकर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘किरीट सोमैया ने अपने ऊपर होने वाले हमले के बारे में भी पुलिस को बताया, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। हम केंद्र सरकार को इस पर कुछ एक्शन लेने के लिए कहेंगे। हनुमान चालीसा महाराष्ट्र में नहीं पढ़ा जाएगा, तो क्या पाकिस्तान में पढ़ा जाएगा?’
सामना में राणा दंपत्ति पर कड़ा निशाना
सामना की संपादकीय में शिवसेना ने हनुमान चालीसा के इस विवाद के पीछे BJP के कुंठित दिमाग को जिम्मेदार ठहराया है। लेख में कहा गया है….
- जो नवनीत राणा पहले श्रीराम का नाम लेने का विरोध करती थीं, वही आज हनुमान चालीसा आदि मुद्दों को लेकर हिंदुत्व की बीन बजा रहीं और समस्त भाजपा नचनिए बच्चों की तरह उक्त महिला के इशारे पर नाच रही है, इस पर हैरानी होती है।
- ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ राष्ट्रीय स्तर पर करना ही था, तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, प्रधानमंत्री का निवास स्थान, केंद्रीय गृह मंत्री के घर आदि जगहों को चुनना था।
- महाराष्ट्र में हिंदुत्व जोर पर है, क्योंकि उद्धव ठाकरे ही राज्य का नेतृत्व कर रहे हैं। ‘हनुमान चालीसा’ पर राज्य में कहीं किसी ने रोक नहीं लगाई है। फिर भी ‘मातोश्री’ पर जाकर ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करने का हठ क्यों? इन सबके पीछे भाजपा का ही कुंठित दिमाग है।
- ये राणा कौन हैं, इनमें इतना अहंकार, कहां से आया यह ED जैसी एजेंसियों के लिए शोध का विषय है। भाजपा के लोग इस आपराधिक प्रवृत्ति का समर्थन कर रहे हैं। राम सत्यवचनी थे, हनुमान उन सत्यवचनी राम के भक्त थे। झूठ की बुनियाद पर खड़ी नवनीत राणा ‘हनुमान चालीसा’ की राजनीति कर रही हैं और पूरी भाजपा इस ढकोसले की नौटंकी पर ताली बजाकर नाच रही है।
- हिंदुत्व और श्रीराम का खुलकर विरोध करने वाले दंपति कांग्रेस-NCP के ‘धर्मनिरपेक्ष’ समर्थन से चुने गए और अब भाजपा के झुंड में शामिल हो गए हैं। ऐसी बकरियों और भेड़ों की मदद से भाजपा को शिवसेना पर हमला करना है।
- राणा दंपति की गिरफ्तारी के बाद भाजपा की बौखलाहट साफ दिखाई दी। ऐसा लग रहा था मानो किसी रानी चेलम्मा, झांसी की रानी के खिलाफ कार्रवाई की गई हो।
आज सर्वदलीय बैठक भी, राज शामिल नहीं होंगे
आज ही लाउडस्पीकर विवाद को लेकर महाराष्ट्र में एक सर्वदलीय बैठक है। इसमें 28 दल शामिल हो रहे हैं। हालांकि, इस मुद्दे को सबसे पहले उठाने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे ने इस बैठक से दूरी बनाई है।