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कोलकाता : अगले चार दिनों में यह साल खत्म हो जायेगा। नये साल की शुरूआत होगी। बात करें राजनीतिक पार्टियों के लिए कि 2021 कैसे रहा तो इस मामले में तृणमूल कांग्रेस ने बाजी मारी है। 2021 का साल तृणमूल के लिए उपलब्धियों भरा रहा है। तृणमूल एक के बाद एक सफलता हासिल करती गयी। इसी साल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की। तीसरी बार सत्ता पर काबिज हुई। वहीं त्रिपुरा, गोवा, मेघायल से लेकर कई राज्यों में तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी का विस्तार किया। अभी हाल में सम्पन्न हुए कोलकाता नगर निगम के चुनाव में भी तृणमूल ने जीत का परचम लहराया।
तृणमूल की आंधी ऐसी चली कि कोई भी खड़ा नहीं हो पाया। बहरहाल 2021 तृणमूल के लिए सफलताओं का साल रहा। पूरे साल राष्ट्रीय राजनीतिज्ञों की निगाहें तृणमूल कांग्रेस पर टिकी रही।
तृणमूल तूफान से कश्ती निकालकर लायी ः साल के शुरूआत से ही तृणमूल ने काफी मेहनत की। सत्ता तृणमूल के हाथ में ही रहे, इसके लिए कड़ी परिश्रम करनी पड़ी। जिस तरह से भाजपा ने दावा किया कि अबकी बार दाे सौ पार होंगे और भाजपा सरकार बनाएगी, इन सबके बीच तृणमूल की बड़ी जीत ऐसा रहा मानो तृणमूल तूफान से कश्ती को निकालकर ले आयी। 2 मई को नतीजे आये तृणमूल की आंधी के सामने कोई खड़ा भी नहीं हो पाया।
जीत का कारवां बढ़ता गया ः विधानसभा में जीत के बाद भी कारवां नहीं ठहरा। इसके बाद उपचुनावों में भी तृणमूल को सफलता मिली। साल के अंत में हुए कोलकाता नगर निगम के चुनाव में भी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करायी।
साल की शुरूआत में गये कई, साल के अंत में वापसी ः विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस से कई नेताओं ने तृणमूल छोड़ दिया था। कई महीनों तक यह चलता रहा है। इनमें मंत्री से लेकर सांसद भी शामिल थे। वहीं चुनाव परिणाम आने के बाद वापसी के लिए फिर होड़ लग गयी। कईयों को मौका तो मिला, मगर कईयों के लिए तृणमूल के दरवाजे अभी भी बंद हैं।
त्रिपुरा में वोट शेयर में वृद्धि, गोवा में बढ़ी ताकतः त्रिपुरा में तृणमूल ने इस बार पूरा जोर लगाया। 14 नगर निकायों में 334 सीटों में से केवल एक पर जीत हासिल करने में पार्टी सफल रही, लेकिन पार्टी के वोट शेयर में वृद्धि हुई है।
वहीं गोवा में भी तृणमूल कांग्रेस को सफलता मिल रही है। गत तीन महीनों में पार्टी ने यहां खुद को स्थापित किया है। दो पूर्व सीएम तृणमूल में शामिल हुए। यहां टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने तृणमूल का दामन थामा। वहीं कांग्रेस से भी कई दिग्गज नेता तृणमूल में शामिल हुए।