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मामला ममता बनर्जी के चार्टर्ड फ्लाइट में एयर टर्बुलेंस का
कोलकाता : वाराणसी से कोलकाता लौटते वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चार्टर्ड फ्लाइट में आखिर एयर टर्बुलेंस कैसे हुआ, इसे लेकर राज्य सरकार ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) से रिपोर्ट मांगी है। नवान्न सूत्रों की माने तो मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने इस बाबत एअरपोर्ट अथॉरिटी को पत्र भेजकर मामले का विस्तृत कारण पूछा है। नवान्न सूत्रों की माने तो राज्य सरकार डीजीसीए से यह भी जानना चाहती है कि वाराणसी से जिस विमान में मुख्यमंत्री कोलकाता लौट रही थीं, क्या वह उसी मार्ग से होकर गुजरा, जिसकी उसे पूर्व अनुमति दी गई थी।
ममता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार कर लौट रही थीं। संपर्क किये जाने पर डीजीसीए के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम वाराणसी हवाई अड्डे से ममता को लेकर रवाना हुए चार्टर्ड विमान में एअर टर्बुलेंस हुआ था जिसके कारण विमान अत्यधिक हिलने लगा था। हालांकि, पायलट विमान को इस समस्या से बाहर निकालने में सफल रहा और उसे यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतार लिया, लेकिन एयर टर्बुलेंस से निकलने के लिए विमान को तेजी से नीचे लाये जाने के क्रम में ममता की पीठ में चोट आई है। जानकारी के अनुसार ममता दसॉल्ट फाल्कन 2020 विमान पर सवार थीं। यह एक हल्का विमान है जिसमें अधिकतम 19 लोग यात्रा कर सकते हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को इस घटना की एक उच्च-स्तरीय जांच की मांग की।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि यह एक गंभीर विषय है और इससे मुख्यमंत्री को खतरा पैदा हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘डीजीसीए द्वारा एक उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए, जिसमें विमानन के दृष्टिकोण से सभी पहलू शामिल रहें। सुरक्षा पहलू पर एक अन्य जांच केंद्र को करनी चाहिए, क्योंकि मुख्यमंत्री को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।’’
सांसद ने कहा कि पार्टी कारण जानना चाहती है कि मुख्यमंत्री के विमान को अतीत में भी पटना से कोलकाता और बागडोगरा से कोलकाता के बीच इसी तरह की समस्या का सामना क्यों करना पड़ा था।
ममता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार कर लौट रही थीं। संपर्क किये जाने पर डीजीसीए के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम वाराणसी हवाई अड्डे से ममता को लेकर रवाना हुए चार्टर्ड विमान में एअर टर्बुलेंस हुआ था जिसके कारण विमान अत्यधिक हिलने लगा था। हालांकि, पायलट विमान को इस समस्या से बाहर निकालने में सफल रहा और उसे यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतार लिया, लेकिन एयर टर्बुलेंस से निकलने के लिए विमान को तेजी से नीचे लाये जाने के क्रम में ममता की पीठ में चोट आई है। जानकारी के अनुसार ममता दसॉल्ट फाल्कन 2020 विमान पर सवार थीं। यह एक हल्का विमान है जिसमें अधिकतम 19 लोग यात्रा कर सकते हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को इस घटना की एक उच्च-स्तरीय जांच की मांग की।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि यह एक गंभीर विषय है और इससे मुख्यमंत्री को खतरा पैदा हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘डीजीसीए द्वारा एक उच्च-स्तरीय जांच होनी चाहिए, जिसमें विमानन के दृष्टिकोण से सभी पहलू शामिल रहें। सुरक्षा पहलू पर एक अन्य जांच केंद्र को करनी चाहिए, क्योंकि मुख्यमंत्री को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।’’
सांसद ने कहा कि पार्टी कारण जानना चाहती है कि मुख्यमंत्री के विमान को अतीत में भी पटना से कोलकाता और बागडोगरा से कोलकाता के बीच इसी तरह की समस्या का सामना क्यों करना पड़ा था।