Daily News
अमेरिका और उसके सहयोगी देश रूस को घेरने के लिए कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान कर रहे हैं। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे रूस बैकफुट पर पहुंच जाएगा, लेकिन पूर्व रूसी निवेशक और पुतिन के सबसे बड़े विरोधी बिल ब्राउडर का मानना है कि यह प्रतिबंध नाकाफी हैं। बिल ब्राउडर ही वो व्यक्ति हैं जिनकी वजह से अमेरिका ने रूस के अमीरों (जिन्हें ऑलिगॉर्क कहा जाता है) के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध का कानून मैग्नित्सकी एक्ट बनाया था। बिल ब्राउडर की दैनिक भास्कर से बातचीत के प्रमुख अंश…
सवाल- रूस में ऑलिगार्क कैसे बन गए?
जवाब- 1991 सोवियत संघ के विघटन से बोरिस येल्तसिन के शासन में रूस की संपत्तियों (तेल, फोन, खनिज आदि कंपनियों) का निजीकरण शुरू हुआ। जो लोग येल्तसिन के करीबी थे, वे कौड़ियों के भाव इस संपत्ति के मालिक बनकर ऑलिगार्क हो गए।
सवाल- पुतिन ने भ्रष्टाचार पर कुछ किया?
जवाब- पुतिन को 1999 में पीएम और 2000 में राष्ट्रपति इन्हीं ऑलिगार्क ने बनाया था। पुतिन ने भ्रष्टाचार से लड़ाई के नाम पर पुराने ऑलिगार्कों को निपटाया। उनकी जगह अपने ऑलिगार्क खड़े किए। अब पुतिन खुद सबसे बड़े ऑलिगार्क है।
सवाल- आपको पुतिन की जानकारी कैसे?
जवाब- विघटन के बाद रूस में विदेशी निवेश का रास्ता खुला। रूस में काम करने के लिए मैंने हर्मिटेज कैपिटल कंपनी बनाई। तब सारी कंपनियों के बैलेंस शीट का अध्ययन कर इनमें निवेश कर साल 2005 तक हम रूस के सबसे बड़े विदेशी निवेशक बन गए।
सवाल- 2005 के बाद क्या हुआ?
जवाब- रूसी शेयर बाजार में भ्रष्टाचार से मेरी कंपनी को 5 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। मैंने भ्रष्टाचार उजागर करना शुरू किया, तो पता चला कि जिनका पर्दाफाश कर रहा हूं उनका नेता पुतिन है। 2 सालों में मेरी कंपनी के दफ्तरों, वकीलों, कर्मचारियों के घरों पर छापे पड़े। मुझे रूस से भागना पड़ा। मेरे रूसी टैक्स वकील सर्गेई मैग्नेत्स्की को जेल में डाल दिया गया, जहां उनकी मौत हो गई। मैंने लड़ाई अमेरिका में लड़ी। अमेरिकी संसद ने मानवाधिकारों का हनन करने वाले रूस के अमीरों की संपत्ति जब्त करने मैग्नेत्स्की एक्ट नामक कानून बनाया।
सवाल- इस कानून का असर क्या होगा?
जवाब- रूसी अमीरों की संख्या 100 के पार है। अनुमान है कि इनके बीच में कम से कम 75 लाख करोड़ रुपए अघोषित है। इनमें कम से कम 50% की हिस्सेदारी पुतिन की है। रूस के 70% बैंक दुनिया की बैंकिंग सूचना प्रणाली स्विफ्ट से बाहर हो चुके हैं, लेकिन ये काफी नहीं है। 30% बैंक अभी भी चालू हैं। ताजा कार्रवाई सिर्फ 12 लोगों पर हुई है। बाकी पर असर नहीं है।
और पढ़े https://www.starnewshindi.com/2022/03/america-bola-ukraine-me-russia-ka.html