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Mamata ji historical victory ne unhe sab ki lokpriye bana diya hai
काेलकाता : बीते विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की ऐतिहासिक जीत ने राष्ट्रीय राजनीति में सभी को दीदी का मुरीद बना दिया। इस जीत पर हर किसी ने ममता बनर्जी को बधाई दी तथा उन्हें 2024 में मोदी के सामने सबसे प्रबल चेहरा होने तक की बात तक कह डाली। अब दीदी राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो चुकी हैं मगर राज्य में दीदी की लोकप्रियता और बढ़ी ही है, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण 4 नगर निगम चुनाव के नतीजों ने साबित कर दिया। सिलीगुड़ी, आसनसोल, विधाननगर और चंदननगर में जिस तरह तृणमूल की आंधी चली है उससे फिर साबित हो गया कि तृणमूल का मतलब ममता और ममता का मतलब तृणमूल है। इन चारों निगमों में तृणमूल के ज्यादातर उम्मीदवारों की जीत उनके दम पर नहीं बल्कि ममता बनर्जी का चेहरा देखकर उन्हें मिली है।
सिलीगुड़ी में वामो का सूपड़ा साफ, भाजपा भी हाशिये पर
सिलीगुड़ी में तृणमूल की जीत ममता बनर्जी के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है। यहां अब तक लाल झण्डा लहरा रहा था जिसे जोड़ा फूल की आंधी ने गिरा दिया। पार्टी नेताओं की माने तो यह जीत सिर्फ और सिर्फ ममता बनर्जी के चेहरे की वजह से मिली है। ममता बनर्जी बराबर सिलीगुड़ी के दौरे पर आती रही हैं। इस वक्त भी वे सिलीगुड़ी दौरे पर ही हैं।
चंदननगर, विधाननगर, आसनसोल में तृणमूल की सुनामी
इसी तरह चंदननगर, विधाननगर और आसनसोल में तृणमूल की सुनामी बदस्तूर जारी रही। कहना गलत न होगा कि विधानसभा चुनाव का असर अब तक राज्य में है जिसका परिणाम इन तीनों निगमों के नतीजों पर साफ दिख रहा है। सव्यसाची दत्ता ने विधाननगर में चुनाव जीता है, अपनी उम्मीदवारी को लेकर उन्होंने पहले ही कहा था कि मेरी जीत होगी तो मेरी वजह से नहीं बल्कि ममता बनर्जी का चेहरा देखकर लोग मुझे वोट देंगे। वैसे तो यहां तृणमूल का ही बोर्ड रहा है मगर यह जीत अलग ही स्वाद चखा रही है क्योंकि यहां विपक्ष के रूप में एक और दो नंबर पर भाजपा और वाममोर्चा की रस्साकशी है तो कांग्रेस बेचारी यहां भी अपना अस्तित्व बचाने में लगी है।
सिलीगुड़ी में वोट शेयर
तृणमूल : 47.24%
भाजपा : 23.24%
माकपा : 17.39%
कांग्रेस : 5.32%
आसनसोल में वोट शेयर
तृणमूल : 61.55%
भाजपा : 17.02%
माकपा : 10.04%
कांग्रेस : 4.18%
विधाननगर में वोट शेयर
तृणमूल : 73.95%
माकपा : 10.65%
भाजपा : 8.37%
कांग्रेस : 3.42%
चंदननगर में वोट शेयर
तृणमूल : 59.42%
माकपा : 26.40%
भाजपा : 9.80%
कांग्रेस : 1.52%