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UAE को किए जाने वाले एक्सपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी कम होगी, ट्रेड 100 अरब डॉलर पहुंचने की उम्मीद
भारत ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ एक ट्रेड पैक्ट पर साइन किए हैं। इस पैक्ट के साइन होने से UAE में ज्यादातर भारतीय एक्सपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी कम हो जाएगी।
कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (CEPA) 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार के आने के बाद पहली बड़ी ट्रेड डील है जिसे रिकॉर्ड टाइम में पूरा किया गया है। इस डील पर नई दिल्ली में कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल और UAE के मिनिस्टर ऑफ इकोनॉमी अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री ने साइन किए है।
जेम्स-ज्वैलरी और कपड़ों का एक्सपोर्ट बढ़ेगा
इस डील के साइन होने से प्रोडक्ट की एक बड़ी रेंज पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती होगी। सरकार को उम्मीद है कि इससे जेम्स-ज्वैलरी और कपड़ों का एक्सपोर्ट बढ़ेगा। अगले 5 सालों में UAE के साथ ट्रेड 100 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। अमेरिका और चीन के बाद वर्ल्ड लेवल पर भारत UAE का तीसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। 2020-21 तक दोनों देशों के बीच बाइलेट्रल ट्रेड 43.3 अरब डॉलर था। कोरोना महामारी से पहले 2019-20 में, दोनों देशों के बीच व्यापार 59 अरब डॉलर के करीब था।
पीएम मोदी ने डील पर खुशी जताई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-यूएई वर्चुअल समिट में कहा, ‘मुझे बहुत खुशी है कि दोनों देशों ने आज कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (CEPA) पर साइन किए हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘डील हो गई। UAE के मंत्री एच.ई अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री के साथ पाथब्रेकिंग डील पर साइन किए। आकाश हमारे व्यापार और आर्थिक संबंधों की सीमा है।’
भारत UAE को क्या एक्सपोर्ट करता है?
यूएई को भारत के प्रमुख एक्सपोर्ट में पेट्रोलियम प्रोडक्ट, प्रीशियस मेटल, स्टोन, जेम्स एंड ज्वैलरी, मिनरल्स, फूड आइटम जैसे अनाज, चीनी, फल और सब्जियां, चाय, मांस और सीफूड, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग और मशीनरी प्रोडक्ट और कैमिकल्स शामिल हैं।