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ई दिल्ली। मेट्रो फेज चार में बन रहे तीन मेट्रो कॉरिडोर में हर चौथे स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा होगी। नए इंटरचेंज बनने से यात्रियों की दूरियां कम होने के साथ ही यात्रा का समय भी बचेगा। यह फायदा सिर्फ दिल्लीवालों को ही नहीं, बल्कि कुछ नए इंटरचेंज बनने से एनसीआर के शहरों को भी फायदा मिलेगा। दिल्ली के कई नए इलाके, जो मेट्रो से जुड़ेंगे उनकी दिल्ली के एक कोने से दूसरे की आवाजाही भी कम हो जाएगी।
मेट्रो फेज चार में कुल 65.10 किलोमीटर के तीन कॉरिडोर बन रहे हैं। इसपर कुल 46 मेट्रो स्टेशन होंगे जिसपर 12 नए इंटरचेंज स्टेशन भी बनेंगे। सबसे ज्यादा इंटरचेंज स्टेशन मेट्रो फेज चार में बन रहे जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम पर हैं। इसमें सात नए इंटरचेंज स्टेशन होंगे। यह सबसे बड़ा करीब 29 किलोमीटर का कॉरिडोर होगा। इसी तरह मौजपुर से मुकुंदपुर कॉरिडोर पर दो और एरोसिटी से तुगलकाबाद कॉरिडोर पर तीन नए इंटरचेंज बनेंगे। इससे फरीदाबाद और दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों से एयरपोर्ट की आवाजाही आसान होगी।
तीन लाइनों को जोड़ने वाला दूसरा सबसे बड़ा इंटरचेंज आजादपुर : वर्तमान में सबसे बड़ा इंटरचेंज स्टेशन कश्मीरी गेट है। यहां तीन लाइन यलो (जहांगीरपुरी से गुरुग्राम), रेड (रिठाला से नया बस अड्डा गाजियाबादा) और वॉयलेेट (कश्मीरी गेट से फरीदाबाद) आपस में जुड़ते हैं। इसी तरह मेट्रो फेज चार में जनकपुरी से आरके आश्रम कॉरिडोर के बनने से आजादपुर मेट्रो स्टेशन जो अभी यलो और पिंक (शिव विहार से मजलिस पार्क) कारिडोर को जोड़ती है वह मजेंटा लाइन से भी जुड़ जाएगी। यहां तीन कॉरिडोर आपस में कनेक्ट होंगे।
ऐसे होगा फायदा : नए इंटरचेंज स्टेशन के फायदे को इस तरह समझें।अभी फरीदाबाद से अगर कोई मेट्रो से आता है तो उसे एयरपोर्ट जाने के लिए वॉयलेट लाइन से पहले मजेंटा लाइन पर जाना पड़ता है। मगर फेज चार सिल्वर लाइन के बनने से अब फरीदाबाद से आने वाला यात्री सीधे तुगलकाबाद इंटरचेंज से सिल्वर लाइन के जरिए कम समय में एरोसिटी स्टेशन से सीधे एयरपोर्ट पहुंच जाएगा। इसी तरह अगर उत्तरी दिल्ली से किसी को राजीव चौक आना है तो उसे जनकपुरी पश्चिम वाया ब्लू लाइन नहीं आना होगा। वह आजादपुर से सीधे आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन वहां से वाया ब्लू लाइन राजीव चौक पहुंच जाएगा।