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ED की मैराथन पूछताछ से राहुल नाराज
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल गांधी से ED की पूछताछ का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पांच दिनों में 50 घंटे से ज्यादा की पूछताछ हो चुकी है और कहा जा रहा है कि अभी केवल 50 फीसदी सवाल ही पूछे जा सके हैं। इसकी नाराजगी राहुल गांधी के चेहरे पर भी नजर आ रही है।
उन्होंने अधिकारियों से इस रवैये पर आपत्ति जताई और कहा कि मैं हर रोज सैकड़ों सवालों के जवाब दे रहा हूं, लेकिन आप लोग अगले दिन फिर उतने ही सवाल लेकर आ जाते हैं। इसी नाराजगी में राहुल गांधी ने लंच ब्रेक भी नहीं लिया। उन्होंने पूछा कि आखिर कब तक हर रोज आना जाना लगा रहेगा। आपको जो पूछना है आज ही पूछ लें। मैं लंच के लिए भी नहीं जाऊंगा। सूत्रों के मुताबिक ED अधिकारी राहुल गांधी के जवाबों से संतुष्ट नहीं हुए। हालांकि, राहुल गांधी को बुधवार की पूछताछ से राहत मिल गई है। मंगलवार की पूछताछ के बाद राहुल गांधी करीब रात 10 बजे अपने आवास के लिए निकले।
इससे पहले राहुल गांधी ने दिन में कम से कम तीन बार ED अधिकारियों को सवालों के लिए टोका। उन्होंने आपत्ति जताई कि आपके सवाल सही नहीं हैं। राहुल ने ये भी पूछा कि ये कैसी पूछताछ है जो खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। क्या आज से पहले भी आप लोगों ने किसी से जांच के नाम पर इतनी पूछताछ की है। राहुल ने अधिकारियों से पूछा कि आपके मुताबिक अभी और कितने सवाल बचे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि अभी केवल 50 फीसदी सवाल ही मुझसे पूछे गए हैं। सवालों से मैं घबराने वाला नहीं हूं, न मैं थकूंगा। मेरी पार्टी भी इस तरह की जांच से डरने वाली नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्यों की कांग्रेस सरकारों को भी परेशान किया जा रहा है।
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताए राहुल से पूछे गए सवाल
हाईकमान पर ED के एक्शन के विरोध में कांग्रेस अपने तेवर तीखे करती जा रही है। कांग्रेस ने मंगलवार को फिर से विरोध प्रदर्शन किया। ED के सवालों के मीडिया में लीक होने पर आपत्ति करने वाली कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन सवालों का जिक्र किया जो राहुल गांधी से सोमवार को पूछे गए। कांग्रेस ने ED पर गलत तरीके से पूछताछ के आरोप भी लगाए।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अब तक जांच में ED द्वारा पूछे गए प्रमुख सवालों और राहुल के जवाबों की जानकारी दी। पढ़ें 4 बड़े सवाल और राहुल के जवाब…
प्रश्न: क्या आप यंग इंडिया के डायरेक्टर और शेयर होल्डर हैं?
राहुल: हां
प्रश्न: क्या यंग इंडिया AJL का शेयर होल्डर है?
राहुल: हां, दशकों से रहा है, हमेशा से है। ये कागजों में है।
प्रश्न: आप यंग इंडिया के शेयर होल्डर या डायरेक्टर क्या AJL का मालिकाना हक रखते हैं?
राहुल: अगर व्यक्ति किसी कंपनी का 100 प्रतिशत शेयर होल्डर है तो भी उस कंपनी पर उसका मालिकाना हक नहीं होता है। यह 1955 से कानून है।
प्रश्न: क्या आपने इस कंपनी से कोई फायदा लिया?
राहुल: अनुच्छेद आठ और 25 वाली कंपनी में फायदा नहीं लिया जा सकता है। न वेतन ले सकते हैं न गाड़ी या अन्य भत्ते। यह सवाल ही गलत।
सोनिया गांधी से पूछताछ की डेट आगे बढ़ेगी?
उधर, सोनिया गांधी को आठ दिन बाद सर गंगा राम अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ED की तरफ से उनसे पूछताछ की तैयारी की जाने लगी है। हालांकि, राहुल गांधी से पूछताछ के लंबे सिलसिले को देखते हुए ये माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से इतनी लंबी पूछताछ हुई तो उन्हें दिक्कत हो सकती है। कोरोना की वजह से सोनिया की सेहत में काफी गिरावट आई है। डॉक्टरों ने उन्हें घर पर आराम करने की सलाह दी है। ऐसे में वो ED की पूछताछ में शामिल होंगी या नहीं, कुछ कहा नहीं जा सकता है।
फिलहाल उनसे पूछताछ के लिए 23 जून की तारीख तय है। सवाल-जवाब को लेकर ED अधिकारी राय मश्विरा भी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को ED से पूछताछ के लिए आगे की तारीख देने की अर्जी दी गई है।
केस को ऐसे समझिए
1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) बनाई थी। इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था। उस वक्त AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक और कंपनी बनाई गई। जिसका नाम था यंग इंडिया लिमिटेड। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी।
यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, वह भी बाद में माफ कर दिया गया।
55 करोड़ की हेराफेरी का है आरोप
2012 में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया और राहुल के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया था। हालांकि, इस केस में ED की एंट्री साल 2015 में हुई।
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