Omicron News
छोटे बच्चों पर कोरोना वैक्सीन्स का क्या असर होता है, इस पर दुनिया भर में रिसर्च जारी है। अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की एक हालिया स्टडी के अनुसार, फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन 5 से 15 साल के बच्चों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण का खतरा काफी कम कर देती है।
ऐसे हुई रिसर्च
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने CDC के हवाले से बताया- रिसर्च में 5 से 15 साल के बच्चों की हर हफ्ते कोरोना जांच हुई। लक्षण न होने पर भी उनका टेस्ट किया गया। यह जुलाई 2021 से फरवरी 2022 तक चला।
वैज्ञानिकों ने पाया कि ओमिक्रॉन के आधे मामलों में अनवैक्सीनेटेड बच्चों को कोई लक्षण नहीं आते। वहीं फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन की दो डोज से 5 से 11 साल के बच्चों में ओमिक्रॉन का खतरा 31% कम और 12 से 15 साल के किशोरों में संक्रमण का जोखिम 59% तक कम पाया गया।
5-17 साल के बच्चों के लिए सिर्फ फाइजर वैक्सीन उपलब्ध
अमेरिका में अक्टूबर 2021 में 5 से 11 साल की उम्र के बच्चों के लिए फाइजर वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई थी। उस वक्त क्लिनिकल ट्रायल में 2,000 से ज्यादा वॉलेंटियर्स को शामिल करके पाया गया था कि यह वैक्सीन कोरोना संक्रमण रोकने में 90% से ज्यादा असरदार है।
देश में केवल फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को ही 5 साल की उम्र से ज्यादा के बच्चों के लिए मंजूरी मिली है। मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन को अब तक फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने हरी झंडी नहीं दिखाई है।
5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं
पर्याप्त डेटा न होने के कारण पिछले महीने ही FDA ने 6 महीने से 4 साल तक के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन के फैसले को टाल दिया था। अब यह फैसला कम से कम एक महीने बाद लिया जाएगा। फिलहाल नवजात और छोटे बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल किए जा रहे हैं।