Daily News
डीएमआरसी और रेलवे द्वारा साथ मिलकर तैयार किए गए स्काईवॉक को शनिवार सुबह जनता के लिए खोल दिया गया। इसे अजमेरी गेट की तरफ येलो लाइन और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन को जोड़ते हुए तैयार किया गया है।
नई दिल्ली |
ई-वाहनों के इस्तेमाल में राजधानी दिल्ली देश में अव्वल है। विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र (सीएसई) के मुताबिक दिल्ली में चलने वाले वाहनों में ई-वाहनों की हिस्सेदारी पांच फीसदी से अधिक हो गई है। दिल्ली के अलावा केवल त्रिपुरा ही ऐसा राज्य हैं, जहां ई-वाहनों की हिस्सेदारी पांच फीसदी से ज्यादा है।
वाहनों से निकलने वाले धुएं को पर्यावरण प्रदूषण के प्रमुख कारणों में शामिल किया जाता है। वहीं वैश्विक तापमान में होने वाली बढ़ोतरी के लिए भी पेट्रोलियम ईंधन के इस्तेमाल को बड़ा कारण माना जाता है। इसके चलते दुनिया भर में पेट्रोलियम ईंधन की बजाय बैटरी संचालित वाहनों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है, जिससे कि वाहनों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके।
ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए देशभर में किए जा रहे प्रयासों को फिलहाल बहुत कामयाबी नहीं मिली है। सीएसई के मुताबिक यहां ई-वाहनों की हिस्सेदारी 5.26 फीसदी तक पहुंच गई है। दिल्ली और त्रिपुरा के बाद तीसरे स्थान पर असम हैं, जहां कुल वाहनों में ई-वाहनों की हिस्सेदारी 3.41 फीसदी तक पहुंच गई है।
हालांकि देश के पैमाने पर देखें तो अभी ई-वाहनों की हिस्सेदारी कुल वाहनों की तुलना में सिर्फ दो फीसदी है। विशेषज्ञ इस हिस्सेदारी को बढ़ाने पर जोर देते हैं, जिससे पेट्रोलियम ईंधन के जलाने से होने वाले प्रदूषण की मात्रा को कम किया जा सके।