Daily News
कोलकाताः बस से लेकर लक्जरी, पूल कार ड्राइवरों को ट्रैफिक जुर्माना के नाम पर बार-बार परेशान किया जाता है। इस कारण परिवहन की परिसेवा देना मुश्किल साबित हो रहा है। यह कहना है ज्वाइंट फोरम ऑफ ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स का। फोरम के एक प्रतिनिधिदल ने लालबाजार में कोलकाता पुलिस के ज्वाइंट सीपी ट्रैफिक से मुलाकात की। साथ ही अपनी समस्याओं को उनके समक्ष रखा।
सिटी सबर्बन बस सर्विसेज के महासचिव टीटू साहा ने कहा कि हमने पुलिस द्वारा मनमाना जुर्माना लगाने पर आपत्ति जताई है। कई जुर्माने पर आपत्ति जताते हुए कोलकाता पुलिस के ज्वाइंट सीपी ट्रैफिक को ज्ञापन सौंपा गया है। ऑल बंगाल बस समन्वय समिति के महासचिव राहुल चटर्जी ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन से जुड़ी बसों पर जिस तरह से जुर्माना लगाया जा रहा है, वह कानून के अनुरूप नहीं है। ज्वाइंट फोरम ऑफ ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स का आरोप है कि पुलिस अवैध रूप से जुर्माना लेती है। संगठन के मुताबिक इन अवैध जुर्माने की वसूली को रोकने के लिए कोलकाता पुलिस के साथ बैठक की गई। राहुल ने कहा कि बैठक में कोलकाता पुलिस से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
वहीं लग्जरी टैक्सी एसोसिएशन के प्रमुख इंद्रनील बंद्योपाध्याय ने बताया कि 2015 में नवान्नो में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के दस्तावेज दिखाकर मामले को बंद करने के लिए कोलकाता पुलिस को आवेदन दिया गया है। पहले इस तरह का मामला हावड़ा जिले में चल रहा था लेकिन अब इसे वहीं बंद कर दिया गया है। परिवहन संगठन का आरोप है कि मामला कोलकाता पुलिस क्षेत्र में दर्ज किया जा रहा है, इसे तत्काल रोकने की मांग की जा रही है।
इसी तरह पूल कॉर संगठन के एक नेता सुदीप पाल ने जुर्माने से जुड़े कई मुद्दों पर कोलकाता पुलिस से अपील की। उन्होंने दावा किया कि अगर अगले अप्रैल से स्कूल पूरी तरह से खुल भी जाता है तो भी बड़ी संख्या में पूल कार सड़कों पर नहीं दिखेंगे। उनका दावा है कि पुलिस के जुर्माने से समस्या और बढ़ गई है।