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किराए पर लिया था फ्लैट
मुख्य आरोपी मनीषा अहिरवाल ने बताया कि उसने जनवरी 2022 में रोहिणी सेक्टर-8 में किराए पर फ्लैट लिया और दो लोगों को काम पर रखकर ट्रेनिंग दी। ये बड़ी फाइनेंस, बैंक कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर लोगों को कॉल कर झांसे में लेते थे।
अन्य आरोपियों की तलाश
मनीषा अहिरवाल हरियाणा के गुरुग्राम निवासी कुणाल शाह के संपर्क में थी, जो अहमदाबाद, गुजरात का स्थायी निवासी था। वह फर्जी वेबसाइट, फर्जी बैंक अकाउंट और फर्जी सिम कार्ड प्रोवाइड कराता था। अन्य आरोपियों को पकड़ने का पुलिस प्रयास कर रही है।
नई दिल्ली। बाहरी जिले की साइबर सेल ने क्रेडिट कार्ड के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जालसाज लोगों को कॉल कर खुद को नामी फाइनेंस कंपनियों का प्रतिनिधि बताते हुए उनके नाम पर क्रेडिट कार्ड जारी होने की बात कहते थे। फिर, क्रेडिट कार्ड सक्रिय करने के नाम पर फर्जी लिंक भेजकर बैंक खाते का विवरण भरने के लिए कहते थे। विवरण भरते ही जालसाज बैंक खाते से रुपये ट्रांसफर कर लेते थे।
गिरफ्तार आरोपियों में बुराड़ी के संत नगर निवासी 27 वर्षीय मनीषा अहिरवाल, साउथ दिल्ली के मंडी पहाड़ी निवासी 21 वर्षीय कल्पना और छतरपुर निवासी 23 वर्षीय रीमा शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि कॉल सेंटर की सरगना मनीषा अहिरवाल है। आरोपियों के पास तीन मोबाइल और चार सिम कार्ड बरामद किए हैं।
इस तरह खुलासा हुआ : डीसीपी समीर शर्मा के मुताबिक, 31 मई को मुंडका निवासी दिलीप कुमार ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दी कि उसे एक अनजान नंबर से कॉल आई और वेबसाइट www.bfldigitalcares. online का लिंक भेजकर उसमें डिटेल भरने के लिए कहा। डिटेल भरते ही खाते से 24,745 रुपये निकल गए।
आईपी एड्रेस से सुराग
पुलिस टीम ने सबसे पहले ट्रांजैक्शन और खातों की जांच की। साथ ही फोन नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाली। फर्जी लिंक/वेबसाइट के आईपी एड्रेस का पता किया तो मनीषा अहिरवाल का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर उसकी लोकेशन का पता किया और रोहिणी सेक्टर -8 के एक फ्लैट में छापेमारी की। यहां फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था, जहां से पुलिस ने मनीषा समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।