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नई दिल्ली। भारत और नेपाल ने सीमा से जुड़े विवादों को आपसी समझ, जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से पुराने संबंधों को ध्यान में रखते हुए बातचीत से सुलझाने पर सहमति प्रकट की है। भारत की यात्रा पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विभिन्न मुद्दों पर बात की, जिसमें यह मुद्दा भी शामिल था। दोनों में इस पर भी सहमति बनी कि सीमा विवाद का राजनीतिकरण नहीं होने दिया जाएगा।
खुली सीमा का दुरुपयोग नहीं होने देंगे: देउबा के साथ संयुक्त बयान जारी कर मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल की खुली सीमाओं का अवांछित तत्वों द्वारा दुरुपयोग न किया जाए, इस पर हमने चर्चा की है। रक्षा और सुरक्षा संस्थाओं के बीच गहन सहयोग बनाए रखने पर बल दिया है। हमें पूरा विश्वास है कि यह बातचीत भारत-नेपाल संबंधों के भविष्य के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय करने में कारगर सिद्ध होगी।
तंत्र बनाने का आग्रह:विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रंगला ने बैठक के बाद बताया कि दोनों देशों ने सीमा विवाद पर चर्चा की है। देउबा ने भी मीडिया से कहा कि उन्होंने मोदी से द्विपक्षीय तंत्र की स्थापना के माध्यम से इसे हल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत के साथ नेपाल के रिश्ते बेहद महत्वपूर्ण हैं। विदेश सचिव ने बताया कि बातचीत के दौरान ये एक सामान्य समझ थी कि दोनों पक्षों को अपने करीबी संबंधों को ध्यान में रखते हुए विवाद को सुलझाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ पूर्व में भूमि और समुद्री सीमा का मामला बातचीत से ही हल किया गया। नेपाल के साथ भी मैकेनिज्म है इसलिए बातचीत से आगे बढ़ा जा सकता है।
भारत शांति, समृद्धि और विकास के लिए नेपाल की यात्रा में एक मजबूत साथी रहा है और रहेगा। दोस्ती, हमारे लोगों के आपसी सम्बन्ध, ऐसी मिसाल विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलती।
-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
2020 में भारत-नेपाल के रिश्तों में आया था तनाव
नेपाल की ओली सरकार ने 2020 में एक नया राजनीतिक मानचित्र प्रकाशित किया था। इसमें तीन भारतीय क्षेत्रों लिंपियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को नेपाल के हिस्से के रूप में दिखाया गया था। तब भारत ने नेपाल को चेताया था कि वो क्षेत्रीय दावों का ऐसा कृत्रिम विस्तार स्वीकार नहीं करेगा।
नेपाल के लिए पहली ब्रॉडगेज रेल सेवा शुरू
प्रधानमंत्री मोदी और नेपाली प्रधानमंत्री ने शनिवार को बिहार के जयनगर से नेपाल के कुर्था के बीच ब्रॉडगेज पर पहली पैसेंजर रेल सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दोनों देशों के बीच यह पहली ब्राडगेज रेल सेवा है।
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