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रूस-यूक्रेन जंग का आज 29वां दिन है। रूस ने यूक्रेन की मानवीय स्थिति को लेकर आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में ड्राफ्ट पेश किया था। भारत ने एक बार फिर तटस्थता की नीति को कायम रखते हुए वोटिंग से परहेज किया। भारत समेत 13 देशों ने इस ड्राफ्ट पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। जबकि चीन और रूस ने इसका सपोर्ट किया।
दूसरी तरफ ने इजराइल रूस की नाराजगी के डर से यूक्रेन को जासूसी साफ्टवेयर पेगासस स्पाइवेयर देने से इनकार कर दिया है। वहीं, NATO ने यूक्रेन को न्यूक्लियर, केमिकल, बायोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल हमले से बचने के लिए जरूरी इक्विपमेंट भेजने की बात कही है।
आज के अपडेट्स…
- 1- बुधवार को रूसी की सेना ने चेर्नीहीव पुल उड़ा दिया। इस पुल का उपयोग चेर्नीहीव में फंसे नागरिकों को वहां से निकालने के लिए और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए किया जा रहा था।
- 2- द इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी कीव में रूसी सेना की गोलीबारी में रूसी पत्रकार ओक्साना बॉलिना की मौत हो गई।
- 3- यूक्रेन युद्ध को लेकर फेक न्यूज फैलाने के आरोप में रूस ने अपने यहां से गूगल न्यूज सर्विस को बैन कर दिया।
- 4- यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री ने बताया कि बुधवार को ह्यूमन कॉरिडोर के जरिए मारियुपोल से 4,554 लोगों को निकाला गया।
- 5- यूक्रेन का आरोप है कि रूसी सेनाएं कई इलाकों में जानबूझकर कृषि मशीनरी को बरबाद कर देती हैं।
- 6- यूक्रेन के कृषि मंत्री रोमन लेशचेंको ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब तक इस्तीफे की वजह पता नहीं चल सकी।
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यूक्रेन फोर्सेन ने रूस को पीछे धकेला
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन फोर्सेस ने राजधनी कीव के पूर्वी इलाके में रूसी सेना को पीछे धकेल दिया है। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बार फिर से रूस पर वॉर क्राइम का आरोप लगाया है। ब्लिंकन ने कहा कि रूसी सेना जानबूझकर आम लोगों को निशाना बना रही है।पुतिन ने रिजेक्ट किया रूसी सेंट्रल बैंक के गवर्नर का इस्तीफा
खार्किव ओब्लास्ट एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग पर किए गए रूसी हमले में मरने वालों की संख्या 24 हो गई है। वहीं दूसरी तरफ ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन युद्ध की वजह से रूसी सेंट्रल बैंक के गवर्नर एलविरा नबीउलीना ने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन पुतिन इसे स्वीकार नहीं किया। -
रूसी संसद के 300 सदस्यों पर प्रतिबंध लगा सकते हैं जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इमरजेंसी समिट में शामिल होने के लिए ब्रसेल्स पहुंच गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइडेन इस समिट में रूसी संसद के निचले सदन ड्यूमा के 300 से ज्यादा सदस्यों पर प्रतिबंध का ऐलान कर सकते हैं। इसके साथ ही रूस पर और ज्यादा कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।जेलेंस्की ने जापानी संसद को संबोधित किया
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जापान के सांसदों को वीडियो कांफ्रेसिंग के जारिए संबोधित किया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जेलेंस्की ने जापान से रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की। साथ ही रूसी सामानों पर व्यापार प्रतिबंध लगाकर दबाव बढ़ाने के लिए भी कहा। -
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