Politics News
सीएम योगी गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ करेंगे चर्चा..21 मार्च को हो सकता है शपथ-ग्रहण
यूपी में बड़ी जीत के बाद आज पहली बार योगी आदित्यनाथ दिल्ली जा रहें है। उत्तर प्रदेश में नई सरकार के गठन के लिए सीएम योगी गृह-मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। सीएम की मुलाकात पीएम मोदी से भी हो सकती है। इन मुलाकातों में यूपी मंत्रिमंडल के गठन को लेकर मंथन होगा।
यूपी की नई सरकार के मंत्रिमंडल में कौन शामिल होगा । शपथ-ग्रहण कब होगा। इसको लेकर चर्चा होगी। बाताया जा रहा है कि होली बाद 21 मार्च को शपथ ग्रहण हो सकता है। इतना ही नही नए मंत्रिमंडल के चेहरों की पूरी फेहरिस्त करीब-करीब तैयार है बस जरूरत है आज होने वाली बैठक के बाद मंथन के बाद उस पर मुहर लगाने की।
सीए योगी का दिल्ली दौरा, नई सरकार के गठन पर मंथन
सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह,संगठन मंत्री सुनील बंसल और यूपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह भी दिल्ली जा रहें है। खबर है कि सीएम सबसे पहले लखनऊ से सांसद और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। इसके बाद सीएम की मुलाकात पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से होगी। देर शाम अमित शाह और पीएम मोदी से भी मुलाकात संभव है।
नई सरकार में डिप्टी सीएम को लेकर होगी चर्चा
दिल्ली में आज की बीजेपी की बैठक में यूपी मंत्रिमंडल और उन चेहरों को को लेकर गंभीरता से चर्चा होनी है। यह माना जा रहा है कि सूबे में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे, लेकिन चर्चा इस बात की भी हो रही है कि क्या इस बार भी योगी मंत्रिमंडल में डिप्टी सीएम की कुर्सी होगी। योगी की पिछली सरकार में से पिछड़ी जाति के कोटे केशव प्रसाद मौर्य और ब्राह्मण कोटे से दिनेश शर्मा दो डिप्टी सीएम थे। कहा जा रहा है कि इस बार दिनेश शर्मा योगी के मंत्रिमंडल से बाहर हो सकते है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य चुनाव हार चुके हैं लेकिन खबर ये भी है कि पार्टी उन्हें एक बार फिर अहम ज़िम्मेदारी देने के मूड में है।
कौन बनेगा डिप्टी सीएम ?
भाजपा डिप्टी सीएम और मंत्रियों के नामों के लिए योग्यता, जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को आधार बनाएगी। इस बार डिप्टी के रूप में स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य,बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के नाम की चर्चा है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। बेबी रानी मौर्य जाटव समुदाय की हैं। उन्हें उत्तराखंड की राज्यपाल पद से इस्तीफा दिलवाकर चुनाव लड़वाया था। पार्टी उन्हें प्रदेश में मायावती के विकल्प के रूप में पेश करना चाहती है। कुर्मी समाज से आने वाले स्वतंत्र देव सिंह और कोइरी समाज से आने वाले केशव प्रसाद मौर्य बीजेपी का प्रमुख ओबीसी चेहरा हैं। साथ ही जातीय संतुलन बनाने के लिए ब्राह्मण समुदाय से आने वाले बृजेश पाठक को ब्राह्मण चेहरे के तौर पर उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है।
नई सरकार में सहयोगी दलों को भी मिलेगी जगह
भाजपा ने इस बार भी निषाद पार्टी और अपना दल एस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है। खबर है कि इस बार मंत्रिमंडल में इन दोनों दलों की जगह मिल सकती है। अपना दल 12 और निषाद पार्टी ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसी अनुपात में दोनों सहयोगी दलों को मंत्री पद मिल सकता है। इतना ही नही चर्चा पूर्व आईपीएस असीम अरुण और राजेश्वर सिंह को मंत्री बनाने की भी है।