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दो साल कोविड-19 के साये में बीतने के बाद इस साल अक्षय तृतीया की रौनक पूरी तरह लौटने की उम्मीद है। इस एक दिन में देश में 15 हजार करोड़ रुपए का सोना बिक सकता है, जो प्री-कोविड की तुलना में करीब डेढ़ गुना है। वहीं, वजन में सोने की बिक्री प्री-कोविड की तुलना में 23% अधिक रहने की उम्मीद है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सीईओ पीआर सोमसुंदरम के मुताबिक, दो सालों के बाद अक्षय तृतीया पर सराफा कारोबार काफी अच्छा होने की उम्मीद है।
पिछले दो सालों में अच्छा नहीं रहा कारोबार
भारत में सोने के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाएं जुड़ी हैं। पिछले दो साल अक्षय तृतीया के दौरान लॉकडाउन रहने की वजह से सराफा कारोबार बहुत अच्छा नहीं रहा था, लेकिन इस साल कोविड का प्रकोप कम है और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आई है। आमतौर पर अक्षय तृतीया के मौके पर देश में 20 से 24 टन सोने की बिक्री होती है, लेकिन इस साल लगभग 30 टन सोना बिकने की उम्मीद है।
दाम कम होने से भी बढ़ेगी बिक्री
सोने के मौजूदा रेट के हिसाब से इस साल अक्षय तृतीया पर लगभग 15,000 करोड़ रुपए का सोना बिक सकता है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि इस साल ग्राहकों का सेंटिमेंट काफी अच्छा है। कोरोना का डर और इससे जुड़े प्रतिबंध खत्म हो गए हैं, वहीं पिछले कुछ दिनों से दाम कम हो गए हैं। दाम बढ़ने की वजह से बिक्री प्रभावित होने का डर भी खत्म हो गया है। इस बार सोने की बिक्री में लगभग 23% की बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
4 साल पहले अक्षय तृतीया पर खरीदे गए सोने पर 64% का मुनाफा
28 अप्रैल 2018 को अक्षय तृतीया के दिन 31534 रु. के भाव पर सोना खरीदने वालों को इस अक्षय तृतीया पर 64% मुनाफा हो चुका है। 30 अप्रैल को बाजार बंद होने के समय सोने के भाव 51795 रुपए थे।
इस साल 55,000 के पार जा सकता है सोना
वित्त सलाहकार फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक, अगले 12 महीनों तक सोना कॉमेक्स पर 2050 डॉलर प्रति आउंस यानी 55320 रुपए प्रति 10 ग्राम की रेंज में ट्रेड कर सकता है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के मुताबिक सोने में तेजी का रुख बरकरार रहने की उम्मीद है। इस साल यह 55,000 रुपए का आंकड़ा पार कर सकता है। इस लिहाज से भी सोने में निवेश का यह अच्छा समय है।