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उलूबेड़िया के मनसातल्ला में पार्टी कार्यालय में लगायी गयी आग
कोना एक्सप्रेस वे, सांतरागाछी ब्रिज, कैरी रोड, मैदान इलाके में लगा जाम
5 घंटे के लंबे अवरोध को खत्म किया गया और जाम को हटाया गया
हावड़ा : उलूबेड़िया को रणक्षेत्र बनाने के बाद अवरोधकारियों ने एक बार फिर डोमजूड़ को अपना निशाना बनाया। शुक्रवार की शाम को उलूबेड़िया के बाद अचानक कुछ अवरोधकारी डोमजूड़ थाने के सामने पहुंचे। यहां पहुंचकर उन लोगों ने अचानक थाने में पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने अपने बचाव में पहले तो उन्हें रोका। इसके बाद भी वे नहीं माने और पुलिस पर लगातार हमला जारी रखा। इस दौरान सब इंस्पेक्टर समेत थाने के 12 पुलिस कर्मी घायल हो गये। इन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है।
बताया जा रहा है कि केवल वे यहीं नहीं रुके बल्कि वहां पर मौजूद 3 से 4 गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। यह तोड़फोड़ थाने तक पहुंची और थाने की चीजों को भी तहस नहस किया गया। इधर शुक्रवार की रात को भी उलूबेड़िया के मनसातल्ला में प्रदर्शनकारियों का कहर जारी रहा। यहां पर भाजपा कार्यालय में आग लगा दी गयी। साथ ही कार्यालय के आसपास मौजूद बाइकों में आग लगा दी गयी। इस घटना में मौके पर रैफ पहुंची और आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया। इसके बाद आग बुझायी गयी। हालांकि वहां पर भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया। पूरे ग्रामीण इलाकों में चारों ओर रोड पर ईंट व पत्थर बिखरे देखने को मिले। इस दौरान कोना एक्सप्रेस वे पर करीब 5 घंटे तक लंबा जाम लगा रहा। उसका असर हावड़ा के सांतरागाछी ब्रिज, कैरी रोड, मैदान इलाके में देखने को मिला।
लोगों ने इसके खिलाफ एक बार फिर सोशल मीडिया पर रोष जताना शुरू कर दिया। वहीं गाड़ियों की कतारों में ट्रकों का भी लंबा जाम लगा था, हालांकि बताया गया कि देर शाम करीब 8 बजे के बाद प्रदर्शनकारियों ने अवरोध खत्म किया। इससे गाड़ियां धूलागढ़ में नेशनल हाईवे, सलप ब्रिज, सांतरागाछी ब्रिज एवं कोना एक्सप्रेस वे पर खिसकती हुई नजर आयीं। इस दौरान यात्रियों का आरोप है कि लगातार दो दिनों से हो रहे इस लंबे जाम से वे परेशान हैं, क्योंकि गुरुवार को वे 11 घंटे तक जाम में फंसे थे। यात्रियों का कहना है कि इस तरीके से रोजाना लग रहे जाम के बाद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। कार्रवाई कर भी रही है तो उन पर ही हमला किया जा रहा है। इससे वे काफी रोष में हैं। यह उलूबेड़िया की असली तस्वीर नहीं है। इधर सांकराइल में इस अवरोध का नाजायज फायदा उठाते हुए कुछ बदमाशों ने एटीएम में भी तोड़फोड़ की और उसे लूटने की भी कोशिश की।
कई घंटों के बाद खत्म हुआ अवरोध : शुक्रवार को 5 घंटे तक लोग अवरोध में फंसे रहे। हालांकि बाद में जाम की स्थिति स्वाभाविक हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि डोमजूड़ में ही गत गुुरुवार को अल्पसंख्यकों ने जोरदार प्रदर्शन किया था, जिन्हें रोकने के लिए खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी हाथ जोड़कर सामने आना पड़ा था। हालांकि इसके बावजूद प्रदर्शनकारी नहीं रुके। उन लोगों ने करीब 11 घंटे तक लंबा जाम किया। इससे कइयों की तबीयत खराब हो गयी तो कई अपने काम पर नहीं जा सके।
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