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गुवाहाटी, एजेंसी। असम में बाढ़ से स्थिति भयावह हो गई है। अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है। 28 जिलों के 19 लाख से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि होजई, नालबारी, बाजाली, ढुबरी, कामरूप, कोकराझार और सोनितपुर जिलों में मौत के मामले सामने आए हैं। भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ की वजह से 2,930 गांव पानी में डूबे हुए हैं।
वहीं, 43,338.39 हेक्टेयर की फसल भूमि भी जलमग्न हो गई है। 410 जानवरों के बहने की भी शिकायतें मिली हैं। राज्य की लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वर्तमान में 1,08,104 बाढ़ प्रभावित लोग 373 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। दीमा हसाओ, गोलपारा, मोरीगांव, कामरूप और कामरूप (महानगर) जिलों में भूस्खलन की सूचना मिली है।
नौका डूबी, तीन बच्चे लापता होजई जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों को ले जा रही एक नौका पलट गई। इससे उसमें सवार तीन बच्चे लापता हो गए, जबकि 21 अन्य लोगों को बचा लिया गया। अधिकारियों ने बताया, ग्रामीण शुक्रवार देर रात इस्लामपुर गांव से सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ रहे थे, तभी रायकोटा इलाके में उनकी नौका पानी में डूबे एक ईंट-भट्टे से टकरा जाने के कारण पलट गई।
पीएम मोदी ने सरमा से स्थिति की जानकारी ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से राज्य में बाढ़ की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मोदी ने ट्वीट किया, मैं बाढ़ से प्रभावित असम के लोगों की सुरक्षा और कुशलक्षेम के लिए प्रार्थना करता हूं। सरमा ने जवाब देते हुए लिखा, उनके आश्वासन और उदारता के लिए कृतज्ञ हूं।
मुख्यमंत्री ने कामरूप जिले में बाढ़ प्रभावित रंगिया का दौरा किया। वह फातिमा कॉन्वेंट स्कूल और कोलाजल में राहत शिविरों में भी पहुंचे।