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कोलकाताः चित्तरंजन शिशु सेवा सदन अस्पताल में कोविड का असर पड़ा है। कोविड के कारण सैकड़ों की संख्या में डॉक्टर,नर्स, स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो गए हैं। ऐसे में यहां फिलहाल आउटडोर परिसेवा को बंद कर दिया गया है। हालांकि एमरजेंसी चिकित्सा परिसेवा जारी है। कोविड की तीसरी लहर में एक के बाद एक डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों पर कोविड का प्रभाव पड़ता नजर आ रहा है। नतीजतन कहीं ओपीडी प्रभावित हो रहा है, वहीं कई अस्पतालों ने प्लान्ड सर्जरी को रोकने का फैसला किया है। जैसा कि ज्ञात है, कोलकाता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 165 डॉक्टर पॉजिटिव मिले थे। वहीं 51 नर्स और करीब 100 पैरामेडिक्स कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। कुल मिलाकर, कोलकाता मेडिकल में 300 से अधिक डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कार्यकर्ता पॉजिटिव मिले थे। इस स्थिति से कैसे निपटा जाए यह तय करने के लिए कॉलेज काउंसिल की बैठक भी हो रही है। सूत्रों की मानें तो तय हुआ है कि प्लान्ड सर्जरी को फिलहाल बंद कर दिया जाए। यदि आवश्यक हो, तो ओपीडी में भी कटौती की जा सकती है।
दूसरी ओर, चित्तरंजन नेशनल मेडिकल कॉलेज (सीएनएमी) व अस्पताल ने भी गैर-जरूरी सर्जरी को छोड़कर सभी ‘नियोजित’ सर्जरी (ओटी) को बंद करने का फैसला किया है। मालूम हो कि एनेस्थीसिया विभाग के लगभग सभी डॉक्टर कोविड पॉजिटिव हैं। जो स्वस्थ हैं उन्हें इमरजेंसी सर्जरी के लिए रखा गया है। अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों सहित 200 से अधिक लोगों में कोविड संक्रमण मिला है, उनके साथ करीब 140 मेडिकल छात्र भी संक्रमित हुए हैं। वहीं, चित्तरंजन सेवा सदन अस्पताल की भी तस्वीर भी यही है। 20 डॉक्टरों को छोड़कर सभी पॉजिटिव मिले हैं। आपातकालीन विभाग को छोड़कर सभी विभागों को फिलहाल बंद कर दिया गया है। प्रिंसिपल, अस्पताल अधीक्षक, 2 असिस्टेंट सुपर, 9 लैब टेक्निशियन कोरोना से प्रभावित मिले हैं। लगभग सभी नर्सों, नर्सिंग स्टूडेंट्स और कार्यालय कर्मचारियों में कोविड मिला है।