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कोलकाता : भारत के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली क्रिकेट के सभी प्रारूप में कप्तानी से हटने के बाद 7 साल में पहली बार महज बल्लेबाज के रूप में नयी पारी का शानदार आगाज करना चाहेंगे। यह सीरीज उनके लिए काफी चुनौती भरी होने वाली है। अपनी इस नयी पारी के आगाज के साथ विराट के सामने सबसे बड़ी चुनौती बड़ी पारी खेलने की होगी। अच्छी शुरुआत के बाद भी कोहली बड़ी पारी खेलने से चूक रहे हैं। टेस्ट और वनडे को मिलाकर विराट कई बार 60-70 रनों के पार पहुंचे हैं लेकिन उसे शतक में तब्दील नहीं कर पाये। दक्षिण अफ्रीका में एक बार फिर कोहली पर एक शतकीय पारी खेलने का दबाव होगा। अगर वे नाकाम होते हैं तो एक बार फिर आलोचकों के निशाने पर आ सकते हैं। हालांकि कोहली चुनौतियों का सामना करने में निपुण हैं। दबाव में उनका प्रदर्शन काफी निखरा हैं। ऐसे में पुरानी नाकामियों को भूलकर कोहली का पूरा ध्यान बल्लेबाजी पर लगाना चाहेंगे। अब देखना ये होगा कि कप्तानी के दबाव से मुक्त होने के बाद विराट का बल्ला कितना आग उगलता हैं। इस सीरीज में ‘रिकॉर्ड मशीन’ कोहली के निशाने पर कई रिकॉर्ड्स पर होंगे। गांगुली-द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ेंगे : वनडे सीरीज में कोहली, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को पछाड़ने का मौका है। 26 रन बनाते ही कोहली दोनों दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे। अगर वे 91 रन बनाने में कामयाब हो जाते हैं तो वो भारत और द. अफ्रीका के बीच वनडे मुकाबलों में सबसे ज्यादा रन अपने नाम करने वाले तीसरे खिलाड़ी बन जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोहली ने अब तक 1287 रन बनाये है। गांगुली और द्रविड़ ने क्रमश: 1313 और 1309 रन बनाये हैं।
सचिन को पछाड़ने का मौका : विराट कोहली के पास वनडे सीरीज में सचिन तेंदुलकर के बड़े रिकॉर्ड तोड़ने का मौका है। महज 9 रन बनाते ही कोहली सचिन को पछाड़ देंगे। विराट के निशाने पर भारत के लिए विदेश में सबसे ज्यादा वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड है। सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में विदेशी धरती पर 5065 रन बनाए थे और विराट कोहली 5057 रन बना चुके हैं। बता दें सचिन ने विदेश में खेली 146 वनडे पारियों में 37.24 की औसत से 5065 रन बनाये थे। विदेश में उनके बल्ले से 12 शतक निकले थे। वहीं विराट कोहली ने महज 103 पारियों में 58.12 की औसत से 5057 रन बना लिये हैं। विराट विदेश में 20 शतक लगा चुके हैं।