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नई दिल्ली : भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किए गए नवीनतम अध्ययन से पता चलता है कि ओमीक्रोन वेरिएंट से पैदा एंटीबॉडी न केवल इसके खिलाफ बल्कि डेल्टा समेत कोरोना के सभी स्वरूप पर प्रभावी है।
आईसीएमआर के अध्ययन से पता चला है कि ओमीक्रोन से संक्रमित व्यक्तियों में महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा तंत्र विकसित होता। यह कोरोना के ओमीक्रोन और सबसे खतरनाक डेल्टा स्वरूप समेत सभी स्वरूपों को भी बेअसर कर देता है। इससे डेल्टा के पुन: संक्रमण की संभावना कम हो जाती है। अध्ययन में ओमीक्रोन के अनुरूप टीका नीति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। इस अध्ययन में, आईसीएमआर ने ओमीक्रोन के (बी.1.1529 और बीए.1) स्वरूपों से संक्रमित व्यक्तियों के सेरा के साथ बी.1, अल्फा, बीटा, डेल्टा और ओमीक्रोन के संपर्क में लाकर आईजीजी का विश्लेषण किया और जिसने ओमीक्रोन के एंटीबॉडी को बेअसर कर दिया है। आईसीएमआर ने कहा है कि कम समय के भीतर, ओमीक्रोन स्वरूप ने प्राकृतिक संक्रमण और टीकाकरण के खिलाफ उत्पन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने के लिए उच्च संक्रमण क्षमता दिखाई है।