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पटना : राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक लालू प्रसाद यादव के पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने की अटकलें मीडिया में लगातार लगाई जा रही हैं। पत्नी राबड़ी देवी द्वारा इस खबर को अफवाह बताने के बावजूद अटकलों पर विराम नहीं लग पाया है। सियासी जगत में जहां इस बात की लगातार चर्चा है कि तेजस्वी यादव को जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है तो वहीं अब लालू प्रसाद इस मनगढ़ंत अटकलों से नाराज हो गए हैं। उन्होंने इस मामले पर अपना बयान जारी किया है। लालू ने कहा है कि जो लोग इस तरह की झूठी खबर फैला रहे हैं वे मूर्ख हैं। ऐसी कोई बात नहीं है। पार्टी का सारा काम मैं ही देख रहा हूं।
राबड़ी देवी ने भी किया खारिज
लालू की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी ने मीडिया में चल रही उन अटकलों को खारिज किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि लालू अगले हफ्ते पार्टी समारोह में तेजस्वी को राजद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकते हैं। राबड़ी ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा- ये झूठा खबर चल रहा है। उधर लालू के बड़े बेटे और राजद के शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे तेजप्रताप यादव ने भी इन अटकलों को खारिज किया है। राजद विधायक तेजप्रताप ने कहा, ‘ लालू राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और रहेंगे’।
खराब स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे हैं लालू
लालू प्रसाद यादव लंबे समय से खराब स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे हैं। वे ज्यादातर समय राजधानी दिल्ली में अपने दिल और गुर्दे से संबंधित कई बीमारियों के लिए सख्त चिकित्सीय देखरेख में बिताते हैं। हालांकि, इस बीच उनके पार्टी के कार्यक्रम के लिए आने की उम्मीद है। खराब स्वास्थ्य के कारण तथा चारा घोटाला के एक और मामले में फिर से जेल की सजा होने की स्थिति में लालू के राजद अध्यक्ष का पद छोड़ने की अटकलें चल रही हैं। रांची में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक अदालत डोरंडा कोषागार से गबन मामले में इस महीने फैसला सुनाने वाली है।
तेजस्वी को पार्टी की कमान सौंपे जाने की थी संभावना
लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों में तेजस्वी को हमेशा से उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। वे बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भी थे। उधर तेज प्रताप यादव ने कई मौकों पर पार्टी के नेताओं से ही नाराजगी जाहिर की है।