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Patra Chawl Scam: संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ही ‘असली’ पार्टी है जिसकी स्थापना दिवंगत बाल ठाकरे ने की थी.
Patra Chawl Scam: मनी लांड्रिंग केस में करीब 100 से ज्यादा दिनों तक जेल में रहने के बाद बुधवार को जमानत पर बाहर आए शिवसेना सांसद संजय राउत ने हुंकार भरते हुए कहा कि मशाल जल चुकी है. उन्होंने कहा कि अब एक ही मशाल होगी और वो होगी शिवसेना की. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राउत ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी से शुरुआत हुई थी और अब मैं छूट गया हूं, अब अंत हो गया.
मीडिया से बात करते हुआ शिवसेना नेता ने कहा कि आज न्यायालय ने कहा कि संजय राउत को काई गुनाह नहीं है. आज मैं जिस रास्ते से आया हूं वहां पर मेरा स्वागत नहीं, शिवसेना का स्वागत हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि मैं ऑर्थर रोड जेल में भी अपने शिवसेना पक्ष के लिए ही काम कर रहा था. ये लड़ाई अभी शुरू हुई है और तब तक नहीं खत्म होगी जब तक शिवसेना के 103 विधायक महाराष्ट्र में नहीं होंगे.
कोर्ट ने कहा- राउत की गिरफ्तारी अवैध
मुंबई की एक विशेष अदालत ने पात्रा चॉल पुनर्विकास से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शिवसेना सांसद संजय राउत की गिरफ्तारी को बुधवार को ‘अवैध’ और ‘निशाना बनाने’ की कार्रवाई करार दिया तथा उनकी जमानत मंजूर कर ली.
इसने यह भी सवाल किया कि मामले के मुख्य आरोपी एवं रियल एस्टेट फर्म एचडीआईएल के राकेश और सारंग वधावन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कभी गिरफ्तार क्यों नहीं किया. न्यायाधीश ने साथ ही यह भी कहा, ‘‘इतना ही नहीं, एजेंसी द्वारा म्हाडा और अन्य सरकारी विभागों के संबंधित अधिकारियों को गिरफ्तार न करने का कारण ‘‘कुछ नहीं, बल्कि तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री और (महाराष्ट्र के) तत्कालीन मुख्यमंत्री को एक संदेश देना था, जिससे उनके मन में एक भय पैदा हो सके कि वे इस कतार में अगले व्यक्ति हैं.’’
न्यायाधीश ने कहा, ‘‘यह एक आश्चर्यजनक रूप से स्वीकार किया गया तथ्य है कि एचडीआईएल के मुख्य आरोपी राकेश और सारंग वधावन को ईडी द्वारा कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था, जबकि उन्होंने 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी.’’
जेल से छूटने के बाद सिद्धि विनायक गए राउत
संजय राउत बुधवार शाम आर्थर रोड जेल से जमानत पर रिहा होने के तुरंत बाद भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए यहां प्रसिद्ध सिद्धि विनायक मंदिर गये. संजय राउत जब मध्य मुंबई में इस प्रसिद्ध मंदिर में गये तब उनके भाई एवं विधायक सुनील राउत और पार्टी के अन्य नेता उनके साथ थे. राउत दक्षिण मुंबई में एक हनुमान मंदिर और शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे स्मारक पर भी गए.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उपनगरीय गोरेगांव में एक आवासीय परियोजना से जुड़े एक धनशोधन मामले में एक अगस्त को संजय राउत (60) को गिरफ्तार किया था. शक्ति प्रदर्शन के लिए शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के सैंकड़ों कार्यकर्ता मध्य में आर्थर रोड जेल के बाहर जुटे थे और उनके हाथों में भगवा झंडे थे. राउत को शाम करीब छह बजकर 50 मिनट पर जेल से रिहा किया गया, लेकिन वह रात करीब साढ़े दस बजे उत्तर पूर्वी मुंबई के नाहूर स्थित अपने आवास पर पहुंच पाए.
राउत के इंतजार में कार्यकर्ताओं की लंबी कतार
जेल से संजय राउत की रिहाई के लिए बाट जोह रहे पार्टी कार्यकर्ताओं की कारों की लंबी कतार थी. जब वह जेल से निकले तब शिवसेना ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने राउत और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पक्ष में नारे लगाये तथा एक-दूसरे को गुलाल लगाया. गले में भगवा पटका डाले संजय राउत राउत ने हाथ हिलाकर जेल के बाहर खड़े लोगों का अभिवादन किया. वह तीन महीने से अधिक समय से जेल में बंद थे. संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ही ‘असली’ पार्टी है जिसकी स्थापना दिवंगत बाल ठाकरे ने की थी. उन्होंने कहा कि राज्य का वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य अस्थायी है.