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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली 5 नवंबर को अपना 34वां बर्थडे मना रहे हैं। टी-20 वर्ल्ड कप से पहले 3 साल तक खराब फॉर्म से जूझ रहे विराट ने दमदार वापसी की है और पाकिस्तान के खिलाफ भारत के पहले ही मुकाबले में किंग कोहली ने 53 गेंदों में 82 रन की धमाकेदार पारी खेल भारत को जीत दिलाई।
183 रन की पारी पाकिस्तान कभी नहीं भूलता
2012 का एशिया कप बांग्लादेश में खेला गया था। 18 मार्च 2012 को शेर-ए-बांग्ला (मीरपुर) स्टेडियम में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से था। पाकिस्तान ने टॉस जीता और बैटिंग चुनी। भारत के सामने पाकिस्तान ने 330 रन का टारगेट रख दिया।
पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही भारत के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर आउट हो गए। इसके बाद विराट और सचिन तेंदुलकर ने मिलकर पारी को संभाला। कोहली ने मैच में 148 गेंदों में 183 रन बनाकर इंडियन टीम के लिए टारगेट को चेज करने की राह आसान कर दी। विराट ने 22 चौके और 1 छक्का जड़ा था। इस मैच में टीम इंडिया ने 48 ओवर में ही टारगेट पूरा कर पाकिस्तान को 6 विकेट से मात दी थी। वनडे में 183 रन कोहली के करियर का बेस्ट स्कोर भी है।
ऑस्ट्रेलियाई पिच पर विराट का जलवा
विराट कोहली ने हाल ही में टी-20 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच जीतने के बाद कहा था, ‘ऑस्ट्रेलिया! पता नहीं क्या है यार… मैं यहां आता हूं, मुझे कुछ भी अलग सा नहीं लगता।’
जब भी विराट ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं उनका बल्ला खूब चला है। 2014 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में तो विराट कमाल के फॉर्म में थे।
एडिलेड में पहला टेस्ट खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने 120 ओवर तक बल्लेबाजी की और 517 रन बनाए और पारी खत्म कर दी। इसके जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 116.4 ओवर में 444 रन बनाए। कोहली ने पहली पारी में 184 गेंदों में 115 रन बनाए थे।
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 69 ओवर में 290 रन बनाए और भारत को 364 रन का टारगेट दिया। टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 87.1 ओवर में 315 रन बनाए। विराट ने दूसरी पारी में भी शतक जड़ दिया। उन्होंने 175 गेंदों में 141 रन बनाए। दोनों पारियों को मिलाकर विराट ने 28 चौके लगाए थे। भारत ये मैच हार गया, लेकिन एडिलेड में खेली गई कोहली की ये दोनों पारियां आज भी क्रिकेट फैंस के जेहन में हैं।
विराट कोहली ने खेली टी-20 क्रिकेट के इतिहास की बेस्ट पारी
2021 टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत से पहले ICC ने एक कैंपेन शुरू किया था, जिसमें टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास की बेस्ट पारी और पलों को लेकर पोल शुरू किया गया था। इसमें टी-20 वर्ल्ड कप 2016 में विराट कोहली द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पारी को बेस्ट चुना गया था। विराट कोहली ने उस मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ 51 बॉल में 82 रन बनाकर टीम इंडिया को शानदार जीत दिलाई थी।
2016 का वर्ल्ड कप भारत में खेला गया था। पंजाब के मोहाली में भारत और ऑस्ट्रेलिया आमने-सामने थे। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 160 रनों का टारगेट दिया था।
टारगेट का पीछा करने उतरी इंडिया को पावरप्ले में ही डबल झटके लगे थे और दोनों ओपनर्स आउट हो गए थे। उसके बाद बैटिंग करने आए सुरेश रैना भी सस्ते में लौट गए थे। युवराज सिंह का बल्ला भी कुछ देर ही चला और अंत में धोनी-कोहली की जोड़ी ने टीम को जीत दिलाई।
विराट कोहली ने अपनी उस शानदार पारी में 51 बॉल में 82 रन बनाए थे, इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 2 छक्के जड़े। इस जीत के दम पर टीम इंडिया ने तब सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
हालांकि सेमीफाइनल में टीम इंडिया वेस्टइंडीज से 7 विकेट से हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी।
विराट की पारी देख विरोधी कप्तान ने पीठ थपथपाई
कोहली ने जनवरी 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में 153 रनों की शानदार पारी खेली थी। इस दौरान विराट 379 मिनटों तक क्रीज पर टिके रहे थे। दूसरा टेस्ट मैच 13 जनवरी से शुरू हुआ था। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीता और पहले बैटिंग का फैसला किया। पहली पारी में पूरी टीम ने 335 रन बनाए।
केएल राहुल के आउट होने के बाद विराट बल्लेबाजी करने आए। उनके सामने कगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी और मोर्ने मोर्कल जैसे खतरनाक गेंदबाज थे। इस दौरान उन्होंने 217 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौकों की मदद से 153 रन बनाए।
भारत ये मैच 135 रन से हार गया था। उस समय साउथ अफ्रीका के कप्तान रहे फाफ डू प्लेसिस और दूसरे खिलाड़ियों ने इस पारी के बाद विराट की पीठ थपथपाई थी।
बर्मिंघम में किंग कोहली का यादगार शतक
टीम इंडिया 2018 में इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। बर्मिंघम में हो रहे भारत-इंग्लैंड के पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 89.4 ओवर में 287 रन बनाए थे। विराट ने पहली पारी में इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर क्लास लगाई थी।
उन्होंने 225 गेंदों में 149 रन की शानदार पारी खेली। इस पारी में विराट ने 22 चौके भी जड़े। इस प्रदर्शन के साथ ही विराट ने अपने आलोचकों को करारा जवाब भी दिया था।
साल 2014 में पहली बार इंग्लैंड दौरे पर जब विराट गए थे तब वे 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में रन बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। वह पूरी टेस्ट सीरीज में बल्ले से बुरी तरह नाकाम रहे थे और 5 टेस्ट मैचों की 10 पारियों में 13.40 के मामूली औसत से सिर्फ 134 रन बना सके थे। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 39 रन था।